Sunday, 22 June 2025, 7:56:36 PM. Agra, Uttar Pradesh
आगरा। ताजनगरी आगरा ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह सिर्फ विरासत और पर्यटन की नगरी ही नहीं, बल्कि खाद्य उद्योग में भी भारत को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की क्षमता रखती है। इसी उद्देश्य को लेकर रविवार से आगरा के भव्य होटल जेपी पैलेस में “फूड एक्सपो एंड कॉन्क्लेव 2025” का भव्य शुभारंभ हुआ। यह तीन दिवसीय आयोजन भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय के सहयोग से चैंबर ऑफ फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन द्वारा रावी इवेंट्स के प्रबंधन में आयोजित किया गया है। इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने दीप प्रज्वलन कर आयोजन का उद्घाटन किया।
शुभारंभ अवसर पर प्रो. बघेल ने आगरा को खाद्य नवाचार का केंद्र बताया और कहा कि “जब विचारों का मंथन होता है, तब अमृत निकलता है।” उन्होंने आगरा के स्थानीय उत्पादों की गुणवत्ता और नवाचार की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह मंच परंपरा, नवीनता और व्यावसायिक बुद्धिमत्ता का संगम है। उन्होंने कहा कि भारत को खाद्य क्षेत्र में वैश्विक मानकों तक पहुँचाना है तो गुणवत्ता, स्वच्छता और उपभोक्ता स्वास्थ्य सर्वोपरि होना चाहिए।
कार्यक्रम में आगरा ही नहीं, बल्कि देश के विभिन्न भागों से आए खाद्य प्रसंस्करण उद्यमियों ने भाग लिया। पहले ही दिन 3000 से अधिक व्यापारी और उद्यमी एक्सपो में पहुंचे और 100 से अधिक स्टॉल्स का अवलोकन किया। इन स्टॉल्स पर देश के प्रमुख मसाला उत्पादक, डेयरी उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण इकाइयाँ, मिष्ठान भंडार, आचार निर्माता, हींग उत्पादक, आइसक्रीम उद्योग और माइक्रोवेव उपकरण निर्माता अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस कॉन्क्लेव के प्रथम दिन के सत्रों में मुख्य रूप से खाद्य सुरक्षा, स्वच्छता, नवाचार, ब्रांड निर्माण और वैश्विक व्यापार संभावनाओं पर चर्चा की गई। उद्घाटन अवसर पर प्रो. बघेल के अलावा उत्तर प्रदेश लघु उद्योग निगम के अध्यक्ष राकेश गर्ग, फुटवियर एवं लेदर उद्योग विकास परिषद के अध्यक्ष पूरन डावर, जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी, संयुक निदेशक एमएसएमई डॉ. आरके भारती, लघु उद्योग भारती के जिलाध्यक्ष विजय गुप्ता, संरक्षक अजय अग्रवाल बीएन, दिनेश राठौर, विष्णु कुमार गोयल, अध्यक्ष राजकुमार भगत, मुख्य सलाहकार मनीष अग्रवाल रावी, नितिन गोयल, विकास चतुर्वेदी, सीएस अनुज अशोक, सीए आरके जैन, आशीष गर्ग सहित अनेकों गणमान्य लोग मौजूद रहे।
प्रो. बघेल ने एफएसएसएआई की भूमिका को विशेष रूप से रेखांकित करते हुए कहा कि उत्पाद ऐसे हों जो खुद गुणवत्ता की मिसाल बन जाएं और अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरे उतरें। उन्होंने जिला प्रशासन से अपील की कि वे स्थानीय लघु उद्योगों को विशेष सहयोग दें ताकि आगरा के खाद्य उत्पाद वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बना सकें।
जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी ने इस मांग पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और बताया कि भूमि आवंटन की प्रक्रिया को सरल किया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक उद्यमियों को सुविधाएं मिल सकें।
कॉन्क्लेव के दूसरे सत्र में राकेश गर्ग ने प्रदेश में इंडस्ट्री फैसिलेशन काउंसिल की स्थापना की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह परिषद सभी जिलों में कार्यालय खोलकर उद्यमियों को मार्गदर्शन देगी और खाद्य उद्योग को नई दिशा प्रदान करेगी। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय मसालों की वैश्विक मांग को देखते हुए खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को उच्च गुणवत्ता और स्वच्छता बनाए रखने की आवश्यकता है।
पूरन डावर ने आगरा को ‘भारतीय मसालों की राजधानी’ बताते हुए कहा कि मसालों का उद्योग आगरा को राष्ट्रीय पहचान दिला रहा है। उन्होंने कहा कि यदि कृषि प्रधान देश भारत को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है तो खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को प्रोत्साहन देना होगा।
संयुक्त निदेशक एमएसएमई डॉ. आरके भारती ने जानकारी दी कि आगरा में सीएफसी सेंटर स्थापित करने की योजना पर कार्य हो रहा है, जिससे लघु उद्यमियों को तकनीकी और वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जा सकेगी।
कॉन्क्लेव के तीसरे सत्र में खाद्य सुरक्षा पर विशेष चर्चा हुई। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रेखा एस. चौहान, अपर आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन और विशेष सचिव, ने कहा कि राज्य में खाद्य सुरक्षा हेतु नई प्रशिक्षण कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। उन्होंने बताया कि जुलाई माह में लखनऊ में पहली प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन होगा, जो पूरे प्रदेश के लिए मॉडल के रूप में कार्य करेगी।
रेखा चौहान ने कहा कि खाद्य सुरक्षा विभाग कमोडिटी-वाइज़ निरीक्षण की योजना बना रहा है। स्ट्रीट फूड से लेकर बड़े ब्रांड तक सभी पर निगरानी रखी जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से नियमित निरीक्षण करने और आवश्यकतानुसार सुधार नोटिस जारी करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि स्वच्छता, गुणवत्ता और उपभोक्ता की सेहत को प्राथमिकता देने वाला ब्रांड ही भविष्य में टिक पाएगा।
एफएसएसएआई के संयुक्त निदेशक अंकलेश्वर ने भी अपने संबोधन में कहा कि यदि उद्योग नियमानुसार कार्य करेगा तो कोई भी विभाग उद्यमियों को अनावश्यक रूप से परेशान नहीं करेगा। उन्होंने स्वस्थ उत्पादों के निर्माण पर बल दिया।
फूड कलर और फूड सेल्फ लाइफ पर हुई चर्चा में राजकोट से आए विशेषज्ञ दीप एन शाह ने बताया कि किसी भी भोजन की गुणवत्ता उसकी शेल्फ लाइफ पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि मानकों के अनुसार प्रयोग किए गए प्रिजर्वेटिव भोजन की गुणवत्ता बनाए रखते हैं और ब्रांड को स्थापित करने में सहायक होते हैं।
फोस्टेस्क ट्रेनिंग कार्यशाला के विशेषज्ञ पंकज ने कहा कि प्राकृतिक फूड कलर का प्रयोग उत्पादों को सुरक्षित और उपयोगी बनाता है। उन्होंने उद्यमियों से आग्रह किया कि लागत कम करने के फेर में हानिकारक रसायनों का प्रयोग न करें, क्योंकि उपभोक्ता की सेहत के साथ समझौता किसी भी व्यवसाय के लिए घातक हो सकता है। उन्होंने बताया कि यदि चूना प्रयोग किया जाए तो उसकी मात्रा एक प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए और उसे 100 गुना पानी में मिलाकर उपयोग किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय खाद्य उद्योग यदि एफएसएसएआई के मानकों का पालन करे तो वह वैश्विक मंच पर सम्मान पा सकता है।
आयोजन में कई उद्यमियों ने अपने सफल उद्यम की प्रेरक कहानियाँ साझा कीं। आगरा की कल्पना अग्रवाल, श्रुति बंसल, स्पर्श बंसल और प्रतापगढ़ के राघव खंडेलवाल ने बताया कि किस प्रकार सीमित संसाधनों में उन्होंने अपने उत्पादों को वैश्विक स्तर तक पहुँचाया।
फूड एक्सपो एंड कॉन्क्लेव की प्रदर्शनी में लगी 100 से अधिक स्टॉल्स देर रात तक आकर्षण का केंद्र बनी रहीं। हींग, अचार, मिष्ठान, मसाले, डेयरी उत्पाद, ओवन, आइसक्रीम से लेकर हर श्रेणी के खाद्य उत्पादों का प्रदर्शन किया गया। प्रमुख स्टॉल्स में सलोनी, बीएन ग्रुप, भगत हलवाई, मुंशी पन्ना मसाला उद्योग, चौबे जी मसाले, धौलपुर फ्रेश, अजंता डेयरी, श्री दाऊजी मिष्ठान भंडार, वीजी क्राफ्ट, गुरुजी मसाले, डबल त्रिशूल, रसोई स्वाद आदि शामिल रहे। दिन भर व्यापारी, निवेशक और आमजन इन स्टॉल्स पर उमड़ते रहे।
इस आयोजन को सफल बनाने में कई प्रमुख संस्थाओं ने सहयोग किया, जिनमें लघु उद्योग भारती, आगरा कोल्ड स्टोरेज ओनर्स एसोसिएशन, स्वीट मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन, होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन, ब्रज डेवलपमेंट फाउंडेशन, वेडिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन और नेशनल चैंबर ऑफ इंडस्ट्री एंड कॉमर्स प्रमुख हैं।
फूड एक्सपो एंड कॉन्क्लेव 2025 न केवल आगरा, बल्कि समूचे भारत के खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के लिए एक प्रेरणा बनकर उभरा है। यह आयोजन न केवल व्यापारियों और उद्यमियों को जोड़ने का अवसर प्रदान कर रहा है, बल्कि देश के खाद्य उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने का मंच भी बना है। आगामी दिनों में यह एक्सपो आगरा को खाद्य उद्योग का मजबूत स्तंभ बना देगा, इसमें कोई संदेह नहीं।