आगरा, उत्तर प्रदेश: शनिवार, 7 जून 2025, 8.35 PM।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) बहुत जल्द अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव करने वाली है। सूत्रों के अनुसार, इस पद के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं और उम्मीद है कि जून के मध्य तक औपचारिक प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल कई बार बढ़ाया जा चुका है, लेकिन अब चूंकि संगठनात्मक चुनाव लगभग पूरे हो चुके हैं, इसलिए पार्टी को जल्द ही नया अध्यक्ष मिल सकता है। बीजेपी में एक व्यक्ति एक पद का सिद्धांत चलता है, और नड्डा अभी केंद्रीय मंत्री भी हैं, इसलिए नए चेहरे का आना तय माना जा रहा है।
नए अध्यक्ष की तलाश में बीजेपी
जेपी नड्डा का कार्यकाल पहले लोकसभा चुनावों के लिए बढ़ाया गया था, और फिर हरियाणा, जम्मू और कश्मीर, महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली विधानसभा चुनावों के कारण इसे आगे बढ़ाया गया। बाद में संगठनात्मक चुनावों में भी देरी हुई। हालांकि, अब बिहार विधानसभा चुनाव में कुछ ही महीने बाकी हैं और संगठन के चुनाव भी संपन्न हो चुके हैं, ऐसे में पार्टी को बहुत जल्द नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल सकता है। यह पद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस दोनों के चहेते व्यक्ति को ही मिलेगा।
रेस में ये पांच दिग्गज नेता
नवभारत टाइम्स ऑनलाइन को बीजेपी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की इस रेस में पार्टी के पांच दिग्गज नेताओं के नाम सबसे आगे चल रहे हैं। ये सभी नेता बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व और आरएसएस के भरोसेमंद माने जाते हैं:
- धर्मेंद्र प्रधान: ओडिशा के संबलपुर से सांसद, एक प्रभावशाली ओबीसी नेता हैं। उनके पास बीजेपी संगठन और इलेक्शन मैनेजमेंट का अच्छा अनुभव है। वर्तमान में केंद्र में शिक्षा के साथ-साथ कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय का जिम्मा संभाल रहे हैं।
- शिवराज सिंह चौहान: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और एक और बड़े ओबीसी नेता। अभी विदिशा से लोकसभा सांसद हैं और केंद्र में कृषि और किसान कल्याण, ग्रामीण विकास मंत्री का पदभार संभाल रहे हैं।
- मनोहर लाल खट्टर: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और करनाल लोकसभा सीट से सांसद हैं। मोदी सरकार में उन्हें आवास और शहरी मामले, ऊर्जा मंत्रालय का कार्यभार मिला हुआ है। आरएसएस के लिए जमीनी स्तर पर काम करते हुए राजनीति में आए हैं और संगठन के काम से अच्छी तरह वाकिफ हैं।
- मनोज सिन्हा: वर्तमान में जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल हैं। इससे पहले केंद्र में मंत्री रह चुके हैं और उत्तर प्रदेश की गाजीपुर लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उन्हें एक कुशल प्रशासक माना जाता है, इसलिए उनका नाम भी इस रेस में तेजी से उभर कर आया है।
- डॉ. के लक्ष्मण: अभी बीजेपी के ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। पार्टी के राज्यसभा सदस्य होने के साथ-साथ तेलंगाना बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। तेलंगाना की मुशीराबाद विधानसभा का भी प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। संघ से गहरे जुड़े रहे हैं और एक अच्छे संगठनकर्ता समझे जाते हैं।
बीजेपी नेता के मुताबिक, इन पांचों वरिष्ठ नेताओं में से ही पार्टी किसी एक पर दांव लगा सकती है, क्योंकि इनके नाम पर संघ (RSS) भी सहमत होगा।