Agra, उत्तर प्रदेश: रविवार, 8 जून 2025, 4:15 AM।
पर्यावरण दिवस के पावन अवसर पर आगरा में गैर-सरकारी संगठन ‘सेकंड चांस’ ने एक अनोखी मुहिम की शुरुआत की। इस पहल के तहत, पर्यावरण को हो रहे नुकसान को कम करने के लिए फुटपाथ पर सब्जी बेचने वाले करीब 50 विक्रेताओं को 5000 कपड़े के थैले बांटे गए, ताकि वे प्लास्टिक की थैलियों का इस्तेमाल पूरी तरह बंद कर सकें। इस मौके पर आगरा की महापौर हेमलता दिवाकर ने सभी सब्जी विक्रेताओं और कार्यक्रम में मौजूद लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने की शपथ दिलाई।
महापौर: ‘हर दिन को पर्यावरण दिवस समझकर जीना होगा’
इस दौरान, महापौर हेमलता दिवाकर ने जोर देकर कहा कि केवल पर्यावरण दिवस पर ही पर्यावरण की चिंता करने से कुछ नहीं होगा। हमें हर दिन को पर्यावरण दिवस समझकर जीना होगा और हर दिन इसके संरक्षण के लिए प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि प्रशासन पर्यावरण के लिए लगातार काम कर रहा है, लेकिन इन कामों का सकारात्मक परिणाम केवल तभी मिल सकता है, जब जनता भी इसमें भागीदारी दे। महापौर ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि “मेरा आगरा बदल रहा है”, और वे आलोचना को भी सुधार के अवसर के रूप में देखती हैं। उनकी कोशिश शहर को सबसे सुंदर और स्वच्छ बनाने की है।
प्लास्टिक प्रदूषण रोकने की मुहिम में जुटे विशेषज्ञ
इस अवसर पर ‘एक पहल’ संस्था के बच्चों ने पर्यावरण चेतना को लेकर मनमोहक लघु नाटिका का भी मंचन किया। कार्यक्रम की आयोजनकर्ता, सेकंड चांस की टीम से डॉ. रेणुका डंग ने बताया कि इस साल पर्यावरण दिवस की थीम ‘प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना’ है। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि हर साल दुनिया में 400 मीट्रिक टन प्लास्टिक की बोतलें इस्तेमाल की जाती हैं और सेकंड चांस इस संख्या को कम करने में हर संभव भूमिका निभा रहा है।
डॉ. सारिका श्रीवास्तव ने सेकंड चांस की उत्पत्ति और कामकाज की जानकारी दी, वहीं मयूरी मित्तल ने रीसायकल में आने वाली दिक्कतों पर प्रकाश डाला। शहर के मशहूर डॉक्टर नरेंद्र मल्होत्रा ने प्लास्टिक बोतलों को रीसायकल करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने ऐसे एटीएम का जिक्र किया जिनमें बोतलें डालने पर क्रश हो जाती हैं और उपयोगकर्ता को टॉफ़ी मिलती है, और सुझाव दिया कि आगरा में भी ऐसे एटीएम लगवाए जाने चाहिए। उन्होंने नगर निगम की सराहना करते हुए कहा कि बीते कुछ सालों में पर्यावरण संरक्षण में काफी कुछ किया गया है। होटल हिल्टन की मैनेजर रजनी ने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण तभी होगा जब प्रत्येक व्यक्ति इसमें सहभागिता देगा, और उन्होंने बताया कि वे निजी तौर पर हमेशा जूट का थैला और पानी की बोतल साथ रखती हैं।
युवा उद्यमी संजिका डंग ने प्लास्टिक पॉल्यूशन को लेकर चौंकाने वाले आंकड़े बताए, जिसमें कहा गया कि एक हफ्ते में इंसान एक एटीएम कार्ड जितनी प्लास्टिक अपने शरीर के अंदर ग्रहण कर लेता है, जो बेहद खतरनाक है।
जनभागीदारी ही समाधान: वरिष्ठ पत्रकार अभिषेक मेहरोत्रा
वरिष्ठ पत्रकार अभिषेक मेहरोत्रा ने कहा कि पर्यावरण को लेकर अभी भी हमारी सोच नहीं बदली है और हम अनजाने में इसे कितना नुकसान पहुंचाते हैं, इसकी कल्पना भी मुश्किल है। उन्होंने राहत इंदौरी के शेर के जरिए अपनी बात समझाई: ‘शहर क्या देखें कि हर मंज़र में जाले पड़ गए ऐसी गर्मी है कि पीले फूल काले पड़ गए’
अभिषेक ने जोर दिया कि पर्यावरण संरक्षण हम सबकी साझा जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि आप अकेले सरकार पर सबकुछ नहीं छोड़ सकते और सरकार जनभागीदारी के बिना कुछ नहीं कर सकती। यह एक तरह का जॉइंट वेंचर है, जिसमें दोनों पक्षों को बराबर प्रयास करने होंगे, तभी लक्ष्य हासिल किया जा सकेगा।
अपर नगर आयुक्त अशोक प्रिया गौतम ने बताया कि आगरा में कई बेवरेज कंपनियां आ रही हैं जो प्लास्टिक की बोतलें इस्तेमाल करती हैं, और नगर निगम उनसे पर्यावरण संरक्षण में योगदान पर बातचीत कर रहा है। वहीं, डिप्टी कमिश्नर सरिता सिंह ने कहा कि नगर निगम पर्यावरण संरक्षण की दिशा में पूरी शिद्दत से काम कर रहा है, लेकिन इसमें जनता के साथ की भी ज़रूरत है। समाजसेवी श्रद्धा जैन ने अपना थैला साथ लेकर सब्जी खरीदने से मिलने वाले ‘असीम संतोष’ की बात कही। कार्यक्रम की व्यवस्था राबिन जैन ने संभाली, जिसमें ‘एक पहल’ के मनीष राय, पार्षद शरद चौहान, हिमांशु सचदेवा, आरके नैयर, संजीव चौबे, संतोष, अनु आदि उपस्थित रहे।
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