मंगलवार, 17 जून 2025, 9:23:03 PM. मेरठ, उत्तर प्रदेश।
आगरा स्थित प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज के ईएनटी (कान, नाक, गला) विभाग में एक असाधारण और जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया। इस शल्य क्रिया में, 35 वर्षीय एक मरीज के जबड़े से एक वृहद और आक्रामक ट्यूमर को पूरी तरह से निकाल दिया गया, जिससे मरीज को नया जीवन मिला है।
दो साल से परेशान था मरीज
विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने इस जटिल मामले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मरीज पिछले दो वर्षों से दाहिनी नाक में गांठ की समस्या से परेशान था। इस गांठ के कारण उसे लगातार सांस लेने में कठिनाई और सूंघने की क्षमता में कमी का सामना करना पड़ रहा था। समय के साथ, ट्यूमर बढ़ता गया, जिससे चेहरे के दाहिने हिस्से में गंभीर सूजन आ गई और यहाँ तक कि उसकी दाहिनी आंख भी अपनी सामान्य स्थिति से बाहर विस्थापित होने लगी थी।
ट्यूमर की भयावहता और विस्तार
जांच में सामने आया कि यह ट्यूमर ‘फाइब्रो मिक्सोमा’ नामक एक प्रकार का अत्यधिक आक्रामक ट्यूमर था। इसने मरीज की नाक, साइनस और आँखों की हड्डियों को गला दिया था, और यह चेहरे के पिछले हिस्से तक फैल चुका था, जिससे स्थिति बेहद गंभीर और चुनौतीपूर्ण बन गई थी। ट्यूमर का आकार लगभग 8×10 सेंटीमीटर था, जो इसे अत्यंत वृहद श्रेणी में रखता है।
चुनौतीपूर्ण सर्जरी और आंख की सुरक्षा
मंगलवार को, प्रोफेसर डॉ. धर्मेंद्र कुमार के नेतृत्व में यह जटिल ऑपरेशन किया गया, जो लगभग दो घंटे तक चला। इस शल्य क्रिया में, ट्यूमर को पूर्णतया सफलता पूर्वक निकाला गया। ऑपरेशन के दौरान, ट्यूमर के साथ दाहिनी तरफ के ऊपरी जबड़े (टोटल मैक्सीलेक्टोमी) को भी हटाना पड़ा। डॉक्टरों के लिए सबसे बड़ी चुनौती और सफलता यह रही कि इस पूरे ऑपरेशन के दौरान मरीज की आंख को पूरी तरह से सुरक्षित रखा गया। यह एक अत्यंत सूक्ष्म और जटिल कार्य था, जिसे टीम ने बखूबी अंजाम दिया, और मरीज के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं है, क्योंकि उसकी दृष्टि बरकरार रही।
अनुभवी टीम का योगदान
प्रोफेसर डॉ. धर्मेंद्र कुमार के साथ इस सफल सर्जरी में उनकी कुशल टीम के सदस्य डॉ. सौम्यता नीरज, डॉ. श्रेया मनचंदा और डॉ. दीपा ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। एनेस्थीसिया विभाग की तरफ से डॉ. मंजरी, डॉ. कृष्णा और डॉ. काजल ने अपनी विशेषज्ञता के साथ ऑपरेशन को सुचारू बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ऑपरेशन के बाद, मरीज को सकुशल और स्थिर अवस्था में वार्ड में डॉक्टरों की कड़ी निगरानी में रखा गया है। मरीज अपने सफल ऑपरेशन से काफी संतुष्ट है और तेजी से रिकवर कर रहा है। यह उपलब्धि प्रोफेसर डॉ. धर्मेंद्र कुमार के अनुभवी नेतृत्व में विभाग और संस्थान की बढ़ती ताकत, विकास और विशेषज्ञता को स्पष्ट रूप से दर्शाती है।
प्राचार्य ने सराही उपलब्धि
मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि एसएन मेडिकल कॉलेज में अब जटिल से जटिल ऑपरेशन सफलतापूर्वक किए जा रहे हैं। उन्होंने जोर दिया कि इसका सीधा लाभ आगरा और आसपास के क्षेत्रों के मरीजों को मिल रहा है, जिन्हें अब ऐसे जटिल उपचारों के लिए दूर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ती। यह संस्थान की बढ़ती क्षमताओं और क्षेत्रीय स्वास्थ्य सेवाओं में उसके महत्वपूर्ण योगदान का प्रमाण है।