गोरखपुर, उत्तर प्रदेश: शनिवार, 31 मई 2025, रात 10:15 बजे।
गोरखपुर में बर्ड फ्लू के संक्रमण ने हड़कंप मचा दिया है। शहर की चार अलग-अलग मीट की दुकानों पर बर्ड फ्लू (H5N1) की पुष्टि हुई है। इसके अलावा, चिड़ियाघर से भेजे गए एक मृत कौवे के सैंपल में भी इस घातक बीमारी का संक्रमण पाया गया है, जिससे प्रशासन और आम जनता दोनों में चिंता बढ़ गई है।
राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान, भोपाल से आई रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद से ही गोरखपुर में हाई अलर्ट की स्थिति है। जिला प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए, संक्रमित पाई गई मुर्गे की दुकानों को अगले 21 दिनों के लिए बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। वहीं, संक्रमण की पुष्टि के बाद उन दुकानों से लगभग एक हजार से अधिक मुर्गों को मारकर सुरक्षित रूप से जमीन में दबा दिया गया है, ताकि बीमारी का फैलाव रोका जा सके।
मीट की दुकानों पर बर्ड फ्लू मिलने के बाद, जिला मजिस्ट्रेट (DM) ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए नगर निगम, जिला प्रशासन, चिकित्सा और पशुपालन विभाग की एक संयुक्त टीम का गठन किया। इस टीम ने तुरंत मौके पर पहुँचकर एक हजार से अधिक मुर्गों को जमीन में दबवाने का कार्य सुनिश्चित किया। इसके साथ ही, संक्रमण मिलने वाली जगह से एक किलोमीटर के दायरे में युद्ध स्तर पर सैनिटाइजेशन (छिड़काव) का काम भी शुरू कर दिया गया है।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. धर्मेंद्र पांडेय ने बताया कि पशुपालन विभाग और नगर निगम की टीम ने चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू के संक्रमण सामने आने के बाद शहर के अलग-अलग हिस्सों में संचालित मीट की दुकानों से औचक नमूने लिए थे। इन नमूनों को जांच के लिए राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान, भोपाल भेजा गया था, जिसकी रिपोर्ट शुक्रवार देर रात पॉजिटिव आई। जिन दुकानों और बाजारों से लिए गए सैंपल में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है, वहाँ पर मुर्गों को तत्काल जमीन में दबवा दिया गया है और अगले 21 दिनों तक शहर में मुर्गे की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।