गुरुवार, जून 12, 2025, 4:56:00 AM IST. आगरा।
आगरा के सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज में बुधवार, 11 जून 2025 को नव-स्थापित बर्न यूनिट में मरीजों की भर्ती शुरू हो गई है। आवश्यक व्यवस्थाएँ पूरी होने के बाद, यह यूनिट अब जले हुए मरीजों को उन्नत उपचार प्रदान करने के लिए तैयार है। प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि इस यूनिट में कुल 26 बेड हैं, जिनमें एक एंटी-बैक्टीरियल वार्ड और एक आईसीयू शामिल है, जिससे संक्रमण का खतरा कम रहेगा।
आधुनिक सुविधाओं से लैस है बर्न यूनिट
डॉ. प्रशांत गुप्ता ने जानकारी दी कि बर्न यूनिट के सामान्य वार्ड में सेंट्रलाइज्ड एसी की सुविधा है, जो मरीजों के लिए आरामदायक माहौल सुनिश्चित करेगा। महिला वार्ड में 10 बेड और पुरुष वार्ड में भी 10 बेड अलग-अलग बनाए गए हैं, जिससे मरीजों को निजता और उचित देखभाल मिल सके। इसके अलावा, बर्न यूनिट में एक 6 बेड का आईसीयू भी है, जो पूरी तरह से सेंट्रलाइज्ड एसी युक्त है। यह गंभीर रूप से जले हुए मरीजों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। यूनिट में एक माइनर और एक मेजर ऑपरेशन थिएटर भी है, जो सेंट्रलाइज्ड एसी से लैस हैं, जिससे जटिल ऑपरेशन भी किए जा सकेंगे।

दो मरीजों की हुई भर्ती, भविष्य में अपग्रेडेशन का लक्ष्य
प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि बुधवार को बर्न यूनिट में दो मरीजों की भर्ती की गई है। उन्होंने जोर दिया कि इस यूनिट को समय-समय पर अपग्रेड किया जाएगा ताकि जले हुए मरीजों को और भी बेहतर सुविधाएँ मिल सकें। यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयास किए जाएँगे कि मरीजों को अत्याधुनिक इलाज मिले।

विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम करेगी इलाज
इस नई बर्न यूनिट में जले हुए मरीजों का इलाज प्लास्टिक सर्जन डॉ. प्रणय सिंह चकोटिया, प्लास्टिक सर्जन डॉ. पुनीत कुमार भारद्वाज, और प्लास्टिक सर्जन व बर्न यूनिट की प्रभारी डॉ. दीपशिखा की देखरेख में किया जाएगा। यह विशेषज्ञ टीम मरीजों को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

आगरा और आसपास के मरीजों को मिलेगा बड़ा लाभ
प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने कहा कि इस बर्न यूनिट के शुरू होने से आगरा और आसपास के क्षेत्रों के मरीजों को बहुत बड़ा लाभ मिलेगा। पहले, जले हुए मरीजों को बेहतर इलाज के लिए अक्सर दूर के शहरों में जाना पड़ता था, लेकिन अब उन्हें स्थानीय स्तर पर ही विश्वस्तरीय सुविधाएँ मिल सकेंगी।