पंचकूला, हरियाणा: पंचकूला के सेक्टर-27 में सोमवार रात को एक ही परिवार के सात सदस्यों द्वारा कथित तौर पर जहर खाकर आत्महत्या करने का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यह घटना अभी भी एक अबूझ पहेली बनी हुई है, जिस पर पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों ही पहलुओं से जांच कर रही है। प्रारंभिक जानकारी और दो सुसाइड नोट से पता चला है कि कारोबारी प्रवीण मित्तल पर फाइनेंसरों का करोड़ों का कर्ज था और उन्हें लगातार धमकियां मिल रही थीं, जिसके चलते उन्होंने इतना भयावह कदम उठाया।
यह घटना सोमवार रात करीब 10:15 बजे सामने आई। पुलिस को मौके से दो सुसाइड नोट मिले हैं। सूत्रों के अनुसार, इन नोटों में प्रवीण मित्तल पर फाइनेंसरों द्वारा कर्ज वापसी के लिए लगातार दबाव बनाने और परिवार को जान से मारने की धमकियां मिलने का जिक्र है। प्रवीण के ससुर राकेश गुप्ता और पुलिस दोनों ने पुष्टि की है कि करोड़ों के कर्ज से प्रवीण परेशान थे, जिसके परिणामस्वरूप उन्होंने अपने परिवार के साथ सामूहिक आत्महत्या कर ली। हालांकि, पुलिस ने सुसाइड नोट की लिखावट की जांच के लिए उन्हें फोरेंसिक लैब भेजा है और उन फोन कॉल्स की भी जांच कर रही है जो प्रवीण को फाइनेंसरों की ओर से आ रही थीं।
मृतक परिवार और उनकी पृष्ठभूमि
जहर खाकर मरने वालों में प्रवीण मित्तल (42), उनकी पत्नी रीना (38), मां विमला (71), पिता देशराज (72), जुड़वां बेटियां ध्रुविका और डलिशा (11), और बेटा हार्दिक (14) शामिल हैं। मूल रूप से हिसार के रहने वाले प्रवीण मित्तल का परिवार साल 2007-2008 में देहरादून से पंचकूला शिफ्ट हुआ था। प्रवीण ने पहले बैंक से लोन लेकर स्क्रैप की फैक्ट्री लगाई थी, जिसमें उन्हें करोड़ों का घाटा हुआ। बैंक दिवालिया होने के बाद, उन्होंने देहरादून में फाइनेंसरों से कर्ज लेकर टूर एंड ट्रैवल का व्यवसाय शुरू किया, लेकिन वह भी सफल नहीं रहा। इसके बाद प्रवीण दोबारा पिंजौर शिफ्ट हुए, और फाइनेंसरों के लगातार दबाव के बीच, लगभग 25 दिन पहले संकेतकड़ी में किराए पर मकान लेकर परिवार के साथ रहने आए थे।

साली और भतीजे ने उठाए सवाल
प्रवीण की साली राखी गुप्ता ने आरोप लगाया कि प्रवीण को लगातार आर्थिक मदद दी गई, लेकिन वह घाटे से उबर नहीं पाए और अंततः उन्होंने परिवार की हत्या कर खुद भी मौत को गले लगा लिया। वहीं, प्रवीण के भतीजे अंकित मित्तल ने इस सामूहिक आत्महत्या पर सवाल उठाए हैं। अंकित ने बताया कि 2007 में भी चाचा पर बैंक का कर्ज था, लेकिन उन्होंने ऐसा कोई फैसला नहीं लिया। अंकित का कहना है कि अब तो कर्ज के चलते सुसाइड का सवाल ही नहीं उठता। अंकित ने बताया कि 30 अप्रैल को प्रवीण का पूरा परिवार उसके भाई की शादी में शामिल होने दिल्ली आया था और सब बहुत खुश थे, चाचा ने डांस भी किया था। 10 मई को भी उनकी चाचा से बात हुई थी और ऐसा बिल्कुल नहीं लगा था कि वह इतना बड़ा कदम उठा सकते हैं।
प्रवीण के ससुर राकेश गुप्ता ने बताया कि प्रवीण ने करीब 10 साल पहले बिजनेस के लिए एक करोड़ रुपये का लोन लिया था और 10 साल से वह परिवार उनके संपर्क में नहीं था।
सीसीटीवी फुटेज से खुलासा और पुलिस की जांच
सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, प्रवीण के परिवार की कार शाम करीब 6:40 बजे सेक्टर-27 के मकान नंबर 1204 के पीछे एक खाली प्लॉट में खड़ी थी और रात 10 बजे तक वहीं रही। डीसीपी (क्राइम) अमित दहिया के मुताबिक, पुलिस प्रवीण के मोबाइल की जांच कर रही है और फाइनेंसरों के नंबरों की भी जांच की जा रही है, ताकि उनसे पूछताछ की जा सके। इसके साथ ही, अन्य सभी पहलुओं पर भी गौर किया जा रहा है।
पुलिस के अनुसार, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री की श्री हनुमंत कथा के समय, प्रवीण मित्तल का पूरा परिवार सेक्टर-27 के खाली प्लॉट में अपनी कार में जहर खाकर बेसुध पड़ा था। एक घंटे बाद, आसपास के लोगों को कार की खिड़की पर तौलिया टंगा देखकर संदेह हुआ। उन्होंने देखा कि ड्राइविंग सीट पर प्रवीण मित्तल बैठे थे और उनकी हालत ठीक नहीं थी, जबकि बाकी लोग पिछली सीट पर बेसुध पड़े थे और उन्होंने एक-दूसरे पर उल्टी भी की हुई थी। लोगों ने प्रवीण को पानी पिलाया और डायल-112 पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की और पाया कि सभी ने जहर खाया हुआ था।
सुसाइड नोट में प्रवीण ने लिखा है कि उनके परिवार के सभी सदस्यों की मौत के बाद उनका अंतिम संस्कार उनके बुआ के लड़के संदीप अग्रवाल करेंगे। पुलिस अब उन फाइनेंसरों की तलाश में जुटी है, जिन पर कर्ज के लिए दबाव बनाने का आरोप है।