आगरा, 15 जून 2025:
कभी आगरा की धड़कन, सांस्कृतिक धरोहरों की साक्षी और पारिस्थितिकी संतुलन की वाहक मानी जाने वाली पवित्र यमुना नदी आज गंभीर संकट से जूझ रही है। इसकी अविरल जलधारा अब निरंतर बढ़ते प्रदूषण, औद्योगिक कचरे के बेलगाम प्रवाह और प्लास्टिक व पॉलीथिन के अंबार तले मैली हो चुकी है। नदी के किनारों पर कूड़े का ढेर भविष्य के लिए एक डरावनी चेतावनी बनकर खड़ा है, जो संकेत दे रहा है कि यदि शीघ्र ही व्यापक जनसहयोग और ठोस सरकारी प्रयास नहीं किए गए, तो यमुना का अस्तित्व ही खतरे में पड़ सकता है। यह केवल एक नदी का मुद्दा नहीं, बल्कि आगरा शहर के पर्यावरण, स्वास्थ्य और सांस्कृतिक पहचान का प्रश्न है।
सामूहिक प्रयास से यमुना को मिला ‘जीवनदान’: इसी चिंताजनक और विकट स्थिति से निपटने के लिए, आज प्रातःकाल एक महत्वपूर्ण पहल की गई। आगरा नगर निगम और ‘रिवर कनेक्ट कैंपेन’ के संयुक्त तत्वावधान में एक विशेष यमुना सफाई अभियान का आयोजन किया गया। इस अभियान में केवल सरकारी तंत्र ही नहीं, बल्कि ‘इंडिया राइजिंग’ संगठन के ऊर्जावान सदस्यों ने भी सक्रिय भागीदारी निभाकर इस पुनीत कार्य को जन-आंदोलन का रूप दिया।
सुबह के शुरुआती घंटों में, जब शहर नींद से जाग रहा था, सैकड़ों स्वयंसेवक और सफाईकर्मी यमुना के किनारों पर एकत्र हुए। अथक परिश्रम और सामूहिक भावना के साथ, उन्होंने नदी तट से सैंकड़ों किलो पॉलीथिन, प्लास्टिक कचरा और अन्य ठोस अपशिष्ट एकत्रित किया। इस अभियान का उद्देश्य सिर्फ कचरा उठाना नहीं था, बल्कि लोगों को यह संदेश देना भी था कि यमुना नदी हमारी साझा धरोहर है और इसकी स्वच्छता हम सबकी जिम्मेदारी है। एकत्रित कचरे को तत्पश्चात आगरा नगर निगम की विशेष टीम ने व्यवस्थित रूप से उठाया और वैज्ञानिक तरीके से निष्पादित करने के लिए भेज दिया।
प्रमुख हस्तियों और युवाओं की भागीदारी: इस महत्वपूर्ण सफाई अभियान में कई प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता, पर्यावरणविद और प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे, जिन्होंने न केवल अपनी उपस्थिति से अभियान को गरिमा प्रदान की, बल्कि स्वयं भी श्रमदान किया। इनमें सर्वश्री बृज खंडेलवाल, पर्यावरणविद् डॉ. देवाशीष भट्टाचार्य, समाज सेवी श्री चतुर्भुज तिवारी, श्री जगन प्रसाद टेहरिया, श्री जुगल श्रोत्रीय, डॉ. मुनिश्वर गुप्ता जी, श्री अमिताभ गुप्ता और श्री प्रदीप जी शामिल थे। इन अनुभवी व्यक्तियों के साथ-साथ, शहर के कई नवयुवकों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया और यमुना माँ के चरणों में अपने श्रम का अर्पण करते हुए अपनी पीढ़ी की जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन किया। यह युवा भागीदारी भविष्य के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
आगे की राह: विश्व योग दिवस पर जागरूकता का महासंगम: यमुना की मुक्ति और उसके पुनरुत्थान के संकल्प को और अधिक मज़बूती प्रदान करने के लिए, अगला विशेष आयोजन 21 जून 2025 (शनिवार) को होने जा रहा है। विश्व योग दिवस के पावन अवसर पर, आगरा नगर निगम के सहयोग से यमुना किनारे एक विशाल योग शिविर का आयोजन प्रस्तावित है। यह योग शिविर न केवल लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करेगा, बल्कि यमुना नदी के प्रति एक सामूहिक चेतना और प्रेम की भावना भी विकसित करेगा।
आप सभी आगरा वासियों और पर्यावरण प्रेमियों से हार्दिक अनुरोध है कि इस महत्वपूर्ण आयोजन में भाग लें। अपनी उपस्थिति से न केवल आप योग के माध्यम से अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाएंगे, बल्कि “स्वस्थ यमुना, स्वस्थ आगरा – अब नहीं रुकेगा सफाई का कारवां!” के इस संकल्प को भी सशक्त करेंगे। यह योग शिविर यमुना को स्वच्छ रखने और उसे फिर से जीवनदायिनी बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम होगा।