आगरा, उत्तर प्रदेश: शनिवार, 7 जून 2025, 7.15 PM।
जम्मू और कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने केंद्र सरकार और केंद्रीय एजेंसियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक भावुक और चौंकाने वाला पोस्ट लिखा है। उन्होंने दावा किया है कि वह यह पोस्ट आईसीयू (ICU) से लिख रहे हैं और उनकी हालत ‘बहुत गंभीर होती जा रही है।’ इस पोस्ट के माध्यम से उन्होंने अपने खिलाफ किरू जलविद्युत परियोजना घोटाले में सीबीआई द्वारा दाखिल चार्जशीट पर सफाई दी है और खुद को फंसाने का आरोप लगाया है।
किडनी की समस्या से जूझ रहे मलिक, आरोपों पर सफाई
शनिवार को एक्स पर साझा किए गए अपने पोस्ट में सत्यपाल मलिक ने अपनी स्वास्थ्य स्थिति का विवरण देते हुए लिखा है, “मैं पिछले लगभग एक महीने के करीब से अस्पताल में भर्ती हूं और किडनी की समस्या से जूझ रहा हूं।…आज फिर से मुझे आईसीयू में शिफ्ट करना पड़ा। मेरी हालत बहुत गंभीर होती जा रही है।” उन्होंने आगे लिखा, “मैं रहूं या ना रहूं इसलिए अपने देशवासियों को सच्चाई बताना चाहता हूं…”।
मलिक ने आरोप लगाया है कि उन्हें उस मामले में फंसाने की कोशिश की जा रही है, जिसे उन्होंने ही उजागर किया था। उनके पोस्ट से यह भी प्रतीत होता है कि वे किसान आंदोलन का समर्थन करने, महिला पहलवानों का साथ देने और पुलवामा हमला पर संदेह जताने के कारण सीबीआई द्वारा ‘झूठे’ चार्जशीट में फंसाए जाने का आरोप लगाना चाह रहे हैं। बता दें कि जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में 2,200 करोड़ रुपये के किरू जलविद्युत परियोजना घोटाले में पिछले महीने सीबीआई ने उनके और सात अन्य लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया था।
’50 साल के राजनीतिक जीवन के बाद भी कर्ज में हूं’ सत्यपाल मलिक ने अपने पोस्ट में कहा है कि वे झुकने वाले नहीं हैं और उन्होंने सरकार पर उन्हें बदनाम करने के लिए ‘पूरी ताकत लगाने’ का भी आरोप लगाया। लेकिन, उन्होंने एक मार्मिक अनुरोध के साथ अपना पोस्ट समाप्त किया: “मेरा सरकार से और सरकारी एजेंसियों से अनुरोध है कि मेरे प्यारे देश की जनता को सच्चाई जरूर बताना कि आपको छानबीन में मेरे पास मिला क्या?”
उन्होंने आगे लिखा, “सच्चाई तो यह है कि 50 साल से लंबे राजनीतिक जीवन में बहुत बड़े-बड़े पदों पर देश सेवा करने का मौका मिलने के बाद आज़ भी मैं एक कमरे के मकान में रह रहा हूं और कर्ज में भी हूं। अगर आज मेरे पास धन दौलत होती तो मैं प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज करवाता।” यह पंक्ति उनके आर्थिक स्थिति और संघर्ष को उजागर करती है।
पूर्व राज्यपाल, बीजेपी के आलोचक सत्यपाल मलिक का दावा है कि वह 11 मई से दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी लगातार डायलिसिस चल रही है। 22 मई को सीबीआई ने जब उनके खिलाफ चार्जशीट दायर किया था, उसी दिन उन्होंने अस्पताल के बेड से एक फोटो साझा कर अपनी गंभीर स्थिति की जानकारी दी थी।
सत्यपाल मलिक जम्मू और कश्मीर के अलावा बिहार, गोवा और मेघालय के भी राज्यपाल रह चुके हैं। जम्मू और कश्मीर में अनुच्छेद 370 की समाप्ति के समय भी वे वहीं राज्यपाल के पद पर तैनात थे। हालांकि, बाद में उनके बीजेपी सरकार के साथ ताल्लुकात खराब हो गए और वे इसके मुखर आलोचक बन गए। अस्पताल में उनसे मिलने वालों में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी शामिल हैं, जो इस मामले को राजनीतिक रंग दे रहे हैं।