बेंगलुरु में RCB की विक्ट्री सेलिब्रेशन के दौरान हुई भगदड़ ने नया मोड़ ले लिया है। इस घटना में पुलिस ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के सीनियर मार्केटिंग ऑफिसर निखिल सोसाले को एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया, जब वह मुंबई भागने की फिराक में था।
वहीं, इवेंट मैनेजमेंट कंपनी DNA एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के तीन अधिकारियों—किरण, सुमंथ और सुनील मैथ्यू—को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) के दो शीर्ष अधिकारी—सचिव शंकर और कोषाध्यक्ष जयराम—फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस ने उनके घरों पर दबिश दी लेकिन वे नहीं मिले।

KSCA ने खुद पर दर्ज FIR को रद्द करने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। हाईकोर्ट की बेंच ने राज्य सरकार से 10 जून तक स्टेटस रिपोर्ट मांगी है।
क्या था मामला?
बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में RCB की विक्ट्री परेड और सेरेमनी के लिए सोशल मीडिया पर ‘फ्री पास’ का प्रचार हुआ। भारी भीड़ उमड़ी, लेकिन पुलिस और मेडिकल व्यवस्थाएं नाकाफी रहीं।
गेट नंबर 15 और 20 पर सबसे ज्यादा भीड़ जमा हुई और भगदड़ मच गई। कई लोग कुचले गए। मोबाइल जैमर के चलते संपर्क भी बाधित रहा।
CM सिद्धारमैया ने एक्शन लिया:
8 पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया, जिनमें तत्कालीन पुलिस कमिश्नर बी. दयानंद भी शामिल हैं। उनकी जगह IPS सीमंत कुमार सिंह को नया कमिश्नर नियुक्त किया गया है।
अब मामले की जांच CID करेगी और एक SIT भी गठित की गई है। साथ ही रिटायर्ड जज माइकल डी’कुन्हा की अगुवाई में एक सदस्यीय जांच आयोग बना है, जो 30 दिनों में रिपोर्ट देगा।
RCB अफसरों को क्यों निशाना बनाया गया?
RCB के मार्केटिंग अफसर निखिल सोसाले पर सोशल मीडिया पर गलत जानकारी देने और ‘फ्री पास’ का प्रचार करने का आरोप है, जिससे स्थिति और बिगड़ी।
वकील का सवाल कोर्ट में:
“जो खिलाड़ी देश के लिए नहीं खेलते, उन्हें सम्मानित करने की क्या मजबूरी थी?”