लाचिन, अजरबैजान: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बुधवार, 28 मई 2025 को अजरबैजान के लाचिन में आयोजित पाकिस्तान-तुर्की-अजरबैजान त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए एक सनसनीखेज खुलासा किया। उन्होंने बताया कि कैसे एक रात पाकिस्तान ने भारत पर सुबह की नमाज के बाद हमला करने की योजना बनाई थी, लेकिन उससे ठीक पहले भारत ने ब्रह्मोस मिसाइलों से पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों पर हमला बोल दिया।
शहबाज शरीफ ने अपने संबोधन में कहा कि पाकिस्तानी सेना फजर की नमाज के बाद सुबह 4:30 बजे भारत पर हमला करने वाली थी। हालांकि, उनके योजना बनाने से पहले ही भारत ने ब्रह्मोस मिसाइलों से पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों और कई राज्यों पर हमला कर दिया। उन्होंने विशेष रूप से बताया कि भारत ने रावलपिंडी स्थित नूर खान एयरबेस और चकवाल स्थित मुरीद एयरबेस को तबाह कर दिया। जब शहबाज शरीफ यह बात कबूल कर रहे थे, उस समय पाकिस्तान के नए चीफ ऑफ स्टाफ फील्ड मार्शल आसिम मुनीर भी उनके सामने बैठे थे, जिनका परिचय उन्होंने बाद में भरी सभा में कराया।
भारत-पाक वार्ता पर शहबाज शरीफ का जोर
इस दौरान, शहबाज शरीफ ने यह भी कहा कि दोनों पक्षों को एक साथ बैठकर कश्मीर, पानी और आतंकवाद सहित सभी मुद्दों का समाधान खोजना चाहिए। यह इस सप्ताह भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता के लिए दबाव बनाने वाला उनका दूसरा ऐसा बयान था। इससे पहले, सोमवार, 26 मई 2025 को तेहरान में शरीफ ने कहा था कि वह सभी विवादों को हल करने के लिए भारत के साथ बातचीत करने को तैयार हैं। हालांकि, भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह पाकिस्तान के साथ केवल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) की वापसी और आतंकवाद के मुद्दे पर ही बातचीत करेगा।
शरीफ ने कहा, “हमें शांति के लिए एक साथ बैठकर बातचीत करनी चाहिए। ऐसे मुद्दे हैं जिन पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है और उन्हें बातचीत के माध्यम से हल किया जाना चाहिए। मैंने पूरी विनम्रता से कहा है कि हम क्षेत्र में शांति चाहते हैं। इसके लिए उन मुद्दों पर बातचीत की आवश्यकता है जिन पर तत्काल ध्यान देने और सौहार्दपूर्ण समाधान की आवश्यकता है। संयुक्त राष्ट्र और सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुसार कश्मीर का मुद्दा और कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं पर बातचीत होनी चाहिए।”
पहलगाम हमले के बाद बढ़ा था तनाव
आपको बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया था, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी। इस हमले के जवाब में, भारत ने 7 मई की सुबह पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ढांचे पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत सटीक हमले किए थे। इसके बाद, पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की, जिसका भारत ने कड़ा जवाब दिया और उसके कई ठिकानों को मिसाइल अटैक कर तबाह कर दिया।