गुरुवार, जून 12, 2025, 12:21:13 AM IST. आगरा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के 11 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आगरा में एक महत्वपूर्ण विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में हिंदुस्तानी बिरादरी के अध्यक्ष और भारत सरकार द्वारा कबीर पुरस्कार से सम्मानित डॉ. सिराज कुरैशी ने एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि पाकिस्तान को मिट्टी में मिला देना है। यह बयान उन्होंने प्रधानमंत्री के कार्यकाल की अन्य महत्वपूर्ण उपलब्धियों से भी ऊपर रखा।
<h6>पाकिस्तान के आतंकी ढांचे का ध्वंस: सैन्य दृढ़ता और राजनीतिक इच्छाशक्ति का प्रमाण</h6>
डॉ. सिराज कुरैशी ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हासिल की गईं कई उपलब्धियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी, अनुच्छेद 370 का उन्मूलन, जी-20 की ऐतिहासिक मेज़बानी और भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा में वृद्धि जैसे कार्य अपनी जगह हैं और निश्चित रूप से सराहनीय हैं। लेकिन, उनकी नजर में सबसे महत्वपूर्ण वह निर्णय है, जब प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान के आतंकी ढांचे को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया।1 डॉ. कुरैशी ने इसे भारत की सैन्य दृढ़ता और राजनीतिक इच्छाशक्ति का वैश्विक प्रमाण बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि मोदी सरकार ने भारतीय सेना को खुली छूट देकर यह साबित कर दिया है कि अब भारत सिर्फ सहने वाला नहीं, बल्कि करारा जवाब देने वाला राष्ट्र बन चुका है, जिससे देश की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित हुआ है।
मोदी सरकार की विदेश नीति और राष्ट्रवाद की सराहना
विचार गोष्ठी में हिंदुस्तानी बिरादरी के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ पत्रकार विशाल शर्मा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सेना को जिस तरह ‘फ्री हैंड’ दिया है, वह वैश्विक नेतृत्व का एक अद्वितीय उदाहरण है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय देश की सुरक्षा के प्रति सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है। महासचिव विजय उपाध्याय ने कहा कि मोदी सरकार ने भारत की वैश्विक साख को उस ऊंचाई तक पहुँचाया है, जो पहले कभी नहीं देखी गई। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की आवाज अब अधिक सुनी जा रही है और उसे गंभीरता से लिया जा रहा है। सचिव जियाउद्दीन ने अपने संबोधन में कहा कि मोदी सरकार के प्रयासों से भारतीय सेनाओं को जिस तकनीकी दक्षता, मनोबल और संसाधनों से सुसज्जित किया गया है, वह अभूतपूर्व है। उन्होंने सेना के आधुनिकीकरण और जवानों के कल्याण पर विशेष ध्यान दिए जाने की सराहना की।
अन्य वक्ताओं ने भी रखे विचार: राष्ट्रगान के साथ समापन<
कार्यक्रम में राजकुमार नागरथ, आमिर कुरैशी, समीउद्दीन, अमर सिंह बघेल, ग्यास कुरैशी समेत अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे। सभी वक्ताओं ने मोदी सरकार की विदेश नीति, राष्ट्रवाद और सेना के सशक्तिकरण की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने अपनी रक्षा क्षमताओं को मजबूत किया है और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में भी महत्वपूर्ण प्रगति की है।2
कार्यक्रम का संचालन मोहम्मद ज़ाकिर ने कुशलतापूर्वक किया। अंत में राष्ट्रगान के साथ गोष्ठी का समापन हुआ, जहाँ उपस्थित सभी जनों ने भारत की एकता, संप्रभुता और सैन्य पराक्रम के प्रति नमन किया। यह गोष्ठी मोदी सरकार के 11 वर्षों के कार्यकाल की उपलब्धियों पर केंद्रित थी, जिसमें विशेष रूप से राष्ट्रीय सुरक्षा और पाकिस्तान के प्रति अपनाई गई कठोर नीति पर जोर दिया गया।