📍 स्थान:
राजस्थान, जयपुर जिले का तुर्कियावास गांव
✨ चमत्कारी इलाज का रहस्य:
- इस प्राचीन काली माता मंदिर में पशुओं की देवी की पूजा होती है।
- दूर-दूर से किसान और पशुपालक अपने बीमार पशुओं को लेकर आते हैं।
- मान्यता है कि मां की प्रतिमा पर चढ़ाई गई भभूत को सात बार घुमाकर अगर पशु को लगाया जाए, तो बीमारी छूमंतर गायब हो जाती है ।
🕯️ मंदिर की विशेषताएँ:
- मूर्ति काले संगमरमर की बनी है, जिसमें माता काली को महाकाल रूप में दर्शाया गया है—भगवान शंकर के सीने पर पैर रखे हुए।
- इसे ‘पशुओं की देवी’ के रूप में पूजा जाता है और विशेष शृंगार किया जाता है
- इस एक बार वाली शाम की आरती में भक्त घंटों तक बैठकर सम्मिलित होते हैं।
🙏 भक्तों की प्रतिक्रिया:
- प्रहलाद वर्मा, जो फार्म हाउस चलाते हैं: “पशुओं में लगातार मौत हो रही थी, लेकिन भभूत लगाने के बाद स्वस्थ हो गए—जो ठीक हैं, उन्हें अब बीमारी नहीं हुई।
- हर शनिवार और नवरात्रि में यहां लगातार श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है—जयपुर, अलवर, कोटा, चित्तौड़गढ़ और सीकर से लोग आते हैं।