रविवार, 15 जून 2025, तड़के 5:17 बजे IST. देहरादून/केदारनाथ।
उत्तराखंड के केदारनाथ मार्ग पर रविवार तड़के एक हृदय विदारक घटना हुई है। श्रद्धालुओं को लेकर जा रहा एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें कुल 7 लोग सवार थे। यह दुखद हादसा गौरीकुंड और त्रिजुगीनारायण के बीच खराब मौसम के कारण हुआ बताया जा रहा है। दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर आर्यन कंपनी का था, और घटना की सूचना मिलते ही बचाव दल तुरंत मौके के लिए रवाना हो गए हैं।

दुर्घटना का विस्तृत विवरण: उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) ने एक विज्ञप्ति जारी कर घटना की पुष्टि की है। विज्ञप्ति के अनुसार, रविवार तड़के 05:17 बजे आर्यन कंपनी का हेलीकॉप्टर श्रद्धालुओं को लेकर केदारनाथ हेलीपैड से गुप्तकाशी हेलीपैड के लिए उड़ान भरा था। रास्ते में अचानक मौसम खराब हो गया, जिसके कारण हेलीकॉप्टर को किसी अन्य स्थान पर हार्ड लैंडिंग करनी पड़ी, जिससे वह बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इस हादसे में लापता हुए यात्रियों में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र और गुजरात राज्यों के नागरिक शामिल हैं।
लापता यात्रियों की सूची:
- राजवीर – पायलट
- विक्रम रावत – बीकेटीसी निवासी रासी ऊखीमठ
- विनोद
- तृष्टि सिंह
- राजकुमार
- श्रद्धा
- राशि – बालिका, उम्र 10 वर्ष
बचाव दल मौके पर रवाना, दुर्गम इलाका बना चुनौती: उत्तराखंड के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर, डॉ. वी. मुरुगेशन ने जानकारी देते हुए कहा कि देहरादून से केदारनाथ जा रहा यह हेलीकॉप्टर गौरीकुंड के पास लापता हो गया था और बाद में त्रिजुगीनारायण और गौरीकुंड के बीच इसके दुर्घटनाग्रस्त होने की पुष्टि हुई। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमों को तुरंत मौके के लिए रवाना कर दिया गया है।

हेलीकॉप्टर नोडल अधिकारी राहुल चौबे और जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने भी हेलीकॉप्टर क्रैश होने की पुष्टि की। प्रारंभिक सूचना गौरीकुंड से ऊपर घास काटने गईं महिलाओं द्वारा दी गई थी, जिन्होंने हेलीकॉप्टर को दुर्घटनाग्रस्त होते देखा था।

आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त हुआ हेलीकॉप्टर श्रद्धालुओं को केदारनाथ ले जाने के बाद गौरीकुंड के लिए वापस उड़ान भर रहा था। उन्होंने बताया कि जिस जगह यह हादसा हुआ है, वह बेहद दुर्गम पहाड़ी इलाका है, जिससे बचाव कार्यों में चुनौतियाँ आ रही हैं। पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें पूरी मुस्तैदी से काम कर रही हैं।
हाल ही में टला था एक और बड़ा हादसा: यह उल्लेखनीय है कि जून के पहले सप्ताह में भी केदारनाथ मार्ग पर एक बड़ा हेलीकॉप्टर हादसा होने से बचा था। उस समय भी एक हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी के कारण उसे इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी थी। वह हेलीकॉप्टर भी केदारनाथ धाम यात्रियों को लेकर जा रहा था और उसमें पाँच यात्री, पायलट और सह-पायलट सवार थे। उस घटना में सह-पायलट को मामूली चोटें आई थीं। वह हेलीकॉप्टर क्रिस्टल एविएशन कंपनी का था और बड़ासु हेलीपैड से उड़ान भरने के तुरंत बाद आपातकालीन लैंडिंग करने पर मजबूर हुआ था। बार-बार हो रही ऐसी घटनाएँ केदारनाथ मार्ग पर हेलीकॉप्टर सेवाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं।
