May 31, 2025 | 01:05 PM. जौनपुर, उत्तर प्रदेश।
वाराणसी-लखनऊ राजमार्ग पर शुक्रवार सुबह एक भीषण सड़क हादसा हो गया। जौनपुर के बक्शा थाना क्षेत्र के चकपटैला गांव स्थित अंडरपास के पास एक तेज रफ्तार निजी बस अनियंत्रित होकर डिवाइडर पर चढ़कर दायीं पटरी पर पलट गई। इस दर्दनाक दुर्घटना में बस परिचालक सहित पांच यात्रियों की मौके पर ही या अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई, जबकि 14 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद चालक मौके से फरार हो गया।
मृतकों में राजनाथ गौतम और नेमा देवी भी शामिल: जिंदगी का सफर अचानक थमा
सुबह करीब 8:45 बजे हुए इस हादसे ने पांच जिंदगियों को असमय लील लिया। मृतकों की पहचान परिचालक कालीचरन यादव (40, निवासी चवरी, बदलापुर), सुशीला यादव (65, निवासी सलेखनपुर, बदलापुर), संध्या शर्मा (26, निवासी बक्शा), नेमा देवी (60, निवासी गोपीपुर, जफराबाद) और राजनाथ गौतम (60, निवासी कटहरी, बदलापुर) के रूप में हुई है।
मृतक राजनाथ गौतम के लिए जौनपुर का सफर बेटे के ऑपरेशन के लिए था। बदलापुर के कटहरी निवासी राजगीर राजनाथ गौतम अपने बेटे अमृतलाल (16) का इलाज कराने जौनपुर जिला अस्पताल जा रहे थे, जिसका 28 मई को सड़क हादसे में पैर टूट गया था और शुक्रवार को ही ऑपरेशन होना था। राजनाथ की पत्नी सभावती और पुत्र हरिश्चंद्र का रो-रोकर बुरा हाल है। राजनाथ पत्नी और चार पुत्रों के साथ गांव के ईंट भट्ठे पर काम करते थे। गरीबी के कारण बच्चों की पढ़ाई नहीं करा पाए थे और हाल ही में उन्होंने अपनी सबसे बड़ी बेटी चंद्रा (24) का विवाह कराया था।
वहीं, मृतक नेमा देवी (55) सिरकोनी ब्लॉक के गोपीपुर गांव की रहने वाली थीं, लेकिन उनका परिवार 20 साल से टाटा जमशेदपुर में रहता था। नेमा देवी कुछ दिन पहले अपने पति और पौत्र के साथ मायके केराकत आई थीं और किसी रिश्तेदार की शादी में शामिल होने शाहगंज गई थीं। वहां से लौटकर बदलापुर के रामनगर स्थित अपनी बहन के घर गईं और उनसे मिलकर वापस अपने मायके केराकत जा रही थीं, तभी यह हादसा हो गया। उनके दो पुत्र, बहुएं, पौत्र और दो पुत्रियां हैं। नेमा देवी की मौत की खबर सुनकर गांव के लोग भी घटना स्थल पर पहुंच गए।
डीएम जौनपुर ने दिए जांच के आदेश, दोषियों पर होगी कार्रवाई
बस हादसे के बाद जिला चिकित्सालय पहुंचकर डीएम डॉ. दिनेशचंद्र और एसपी डॉ. कौस्तुभ कुमार ने घायल मरीजों के उपचार की व्यवस्था का जायजा लिया। डीएम ने कहा कि सड़क हादसे की जांच कराकर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में घायलों के चिकित्सा की समुचित व्यवस्था की गई है। घटना की ऑडिट कराई जा रही है और एनएचएआई (NHAI) के इंजीनियर को बुलाया गया है ताकि वे घटना का अध्ययन कर बता सकें कि हादसा किस कारण हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस के डिवाइडर पर चढ़ने के कारण या फिर चालक व परिचालक की लापरवाही से यह घटना हो सकती है।
पुलिस अधीक्षक जौनपुर, डॉ. कौस्तुभ कुमार ने बताया कि सुबह पौने नौ बजे बदलापुर से जौनपुर जा रही निजी बस पलटने की सूचना मिली। इसके बाद पुलिस टीम राहत बचाव कार्य में लग गई। क्रेन की मदद से बस को सीधा कर घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। उन्होंने पुष्टि की कि हादसे में पांच यात्रियों की मौत हुई है, जबकि 14 घायल हैं। कुछ घायलों को स्वास्थ्य केंद्र नौपेड़वा और शेष को जिला चिकित्सालय भेजा गया है। इस संबंध में सूचना शासन को भी भेजी जाएगी।
परिवहन विभाग की तरफ से डग्गामार वाहनों और प्राइवेट वाहनों की जांच के लिए अभियान चलाया जाता है। एसडीएम जांच कर बताएंगे कि बस की परमिट है या नहीं। पुलिस ने घायलों की चिकित्सा और मृतकों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। बस रामनगर घनश्यामपुर से जौनपुर की तरफ जा रही थी। 52 सीट वाली बस में करीब 40 सवारियां थीं। पुलिस के अनुसार, चकपटैला गांव के अंडरपास के पास चालक ने तेज रफ्तार बस से नियंत्रण खो दिया, जिसके बाद बस डिवाइडर पर चढ़कर दाहिनी तरफ पटरी पर पलट गई। हादसे के बाद चालक मौके से भाग गया। थानाध्यक्ष बक्शा विक्रम लक्ष्मण सिंह पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू कराया, तब तक चार यात्रियों की मौत हो चुकी थी, जबकि एक यात्री ने जिला चिकित्सालय में दम तोड़ दिया। 14 घायलों को नौपेड़वा सीएचसी पर प्राथमिक उपचार के बाद जिला चिकित्सालय रेफर किया गया।