अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान के दुष्प्रचार का मुकाबला करने के लिए भारत का मजबूत कदम
नई दिल्ली: पाकिस्तान के लगातार बढ़ते दुष्प्रचार और बेनकाब करने के उद्देश्य से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए एक विशाल सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का गठन किया है। इस प्रतिनिधिमंडल में देश के लगभग सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के सांसद शामिल हैं, जो एक मजबूत और एकजुट संदेश के साथ विभिन्न देशों का दौरा करेंगे। यह प्रतिनिधिमंडल कुल सात अलग-अलग समूहों में विभाजित किया गया है, जिसमें 40 से अधिक सांसद शामिल हैं।
इस पहल का मुख्य लक्ष्य पाकिस्तान द्वारा अंतरराष्ट्रीय मंचों पर फैलाई जा रही गलत सूचनाओं और दुष्प्रचार का खंडन करना और जम्मू-कश्मीर एवं अन्य मुद्दों पर भारत के वास्तविक रुख को स्पष्ट करना है। प्रतिनिधिमंडल में समाज के विभिन्न वर्गों और राजनीतिक विचारधाराओं का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया गया है, जिसमें कांग्रेस के अनुभवी नेता शशि थरूर से लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी तक शामिल हैं।
इन सात समूहों को दुनिया के महत्वपूर्ण क्षेत्रों और देशों में भेजा जाएगा ताकि वे संबंधित सरकारों, सांसदों, थिंक टैंकों और प्रवासी भारतीयों से संवाद कर सकें।
प्रतिनिधिमंडल का विस्तृत समूह-वार विवरण:
- पहला समूह (नेतृत्व: बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा): सात सदस्यीय यह समूह अरब देशों का दौरा करेगा, जिसमें सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया शामिल हैं। इस समूह में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे, एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी, सतनाम सिंह संधू, गुलाम नबी आजाद, एस फांगनोन कोन्याक और रेखा शर्मा जैसे प्रमुख चेहरे शामिल हैं। असदुद्दीन ओवैसी की मौजूदगी अरब जगत में भारत के संदेश को मजबूती देने के लिहाज से महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
- दूसरा समूह (नेतृत्व: बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद): यह समूह पश्चिमी देशों पर केंद्रित होगा और यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, जर्मनी, यूरोप के अन्य हिस्से, इटली और डेनमार्क का दौरा करेगा। इस टीम में टीडीपी सांसद डी पुंडरेश्वरी, शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, गुलाम अली खताना, अमर सिंह, समिक भट्टाचार्य और एमजे अकबर जैसे सांसद शामिल होंगे।
- तीसरा समूह (नेतृत्व: जदयू सांसद संजय कुमार झा): पूर्वी एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया के लिए गठित यह समूह इंडोनेशिया, मलेशिया, कोरिया, जापान और सिंगापुर का दौरा करेगा। इसमें बीजेपी सांसद अपराजिता सारंगी, युसूफ पठान, बृजलाल, सीपीआई सांसद जॉन ब्रिटास और कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद जैसे विविध नेता शामिल हैं।
- चौथा समूह (नेतृत्व: शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे): यह समूह संयुक्त अरब अमीरात, लाइबेरिया और कांगो गणराज्य जैसे देशों में जाएगा। इस टीम में बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज, ईटी मोहम्मद बशीर, अतुल गर्ग, संबित पात्रा, मनन मिश्रा और पूर्व सांसद एसएस अहलूवालिया शामिल हैं।
- पांचवां समूह (नेतृत्व: कांग्रेस सांसद शशि थरूर): कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर की अगुवाई वाला यह समूह अमेरिका, पनामा, गुयाना, ब्राजील और कोलंबिया जैसे देशों का महत्वपूर्ण दौरा करेगा। इस समूह में लोजपा सांसद शांभवी, सरफराज अहमद, सांसद हरीश बालयोगी, शशांक मणि त्रिपाठी, शिवसेना सांसद मिलिंद देवड़ा और बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या जैसे विभिन्न दलों के युवा और अनुभवी सांसद शामिल हैं।
- छठा समूह (नेतृत्व: द्रमुक सांसद कनिमोझी): द्रमुक सांसद कनिमोझी के नेतृत्व में यह समूह स्पेन, ग्रीस, स्लोवेनिया, लातविया और रूस जैसे यूरोपीय देशों का दौरा करेगा। इसमें समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव राय, सांसद मियां अल्ताफ अहमद, कैप्टन ब्रजेश चौटा और अशोक कुमार मित्तल शामिल हैं।
- सातवां समूह (नेतृत्व: एनसीपी (शरद पवार गुट) सांसद सुप्रिया सुले): यह समूह अफ्रीकी देशों और मध्य पूर्व के कुछ हिस्सों पर ध्यान केंद्रित करेगा। सुप्रिया सुले की अगुवाई में टीम मिस्र, कतर, इथियोपिया और दक्षिण अफ्रीका का दौरा करेगी। इस महत्वपूर्ण समूह में बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूड़ी, आम आदमी पार्टी के सांसद विक्रमजीत सिंह, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी, बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर और आनंद शर्मा जैसे वरिष्ठ नेता शामिल हैं।
इस सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का गठन यह दर्शाता है कि पाकिस्तान से जुड़े मुद्दों पर भारत अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी बात को अधिक प्रभावी ढंग से रखने के लिए एकजुट है, भले ही घरेलू राजनीति में दलों के बीच मतभेद हों। यह कदम विश्व समुदाय को पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद और दुष्प्रचार के वास्तविक चेहरे को दिखाने की दिशा में एक ठोस प्रयास माना जा रहा है।