आगरा, उत्तर प्रदेश: मंगलवार, 3 जून 2025, रात 9:35 बजे।
आगरा के फतेहाबाद क्षेत्र से रिश्तों को शर्मसार कर देने वाली एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक युवती के साथ उसके अपने मामा और उसके दोस्त ने मिलकर सामूहिक दुष्कर्म किया। यह अमानवीय कृत्य न केवल भरोसे और पवित्र रिश्ते को तोड़ने वाला था, बल्कि सामाजिक मर्यादाओं को भी लहूलुहान कर गया। पुलिस ने त्वरित और गंभीर कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीड़िता युवती 30 मई को पार्लर का काम सीखने के लिए अपने मामा और मामी के पास बमरौली कटारा थाना क्षेत्र के एक गांव में गई थी। वहीं, 31 मई की दोपहर करीब 3 बजे, मामा ने अपने ही दोस्त के साथ मिलकर भांजी के साथ इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। सामूहिक दुष्कर्म की इस घटना के बाद जब पीड़िता ने रोते हुए यह बात अपनी मामी को बताई, तो मामी ने न केवल उसे चुप रहने को कहा, बल्कि उसके साथ मारपीट कर डराने की भी कोशिश की, ताकि यह मामला दब जाए।
हालांकि, पीड़िता ने हिम्मत नहीं हारी। 1 जून को वह जैसे-तैसे अपने घर पहुंची और अपनी मां को आपबीती सुनाई। इसके बाद परिवार ने बमरौली कटारा थाने में तत्काल तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल एफआईआर दर्ज की और आरोपियों की तलाश में जुट गई।
मंगलवार को पुलिस को मुखबिर से सटीक सूचना मिली कि दोनों आरोपी आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के बिझामई अंडरपास पुल के पास मौजूद हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने बिना देर किए मौके पर घेराबंदी की और दोनों दरिंदों को दबोच लिया। गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी की पहचान सौरभ उर्फ शैलेंद्र (पुत्र मानसिंह, निवासी बिजोलपुरा, हाल निवासी बमरौली कटारा) के रूप में हुई है, जबकि उसके साथी की पहचान योगेश (पुत्र प्रियदत्त शर्मा, निवासी सडामई, थाना मटसेना, जिला फिरोजाबाद) के रूप में हुई है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और मामले की आगे की कानूनी कार्यवाही जारी है। इस घटना ने एक बार फिर समाज में महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।