पिलखुवा, हापुड़: शुक्रवार, 6 जून 2025, शाम 6:05 बजे।
उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में छह दिन पूर्व सड़क किनारे एक रजवाहे के पास लावारिस पड़े सूटकेस में मिली महिला की लाश की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस जघन्य हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने मृतका के प्रेमी को गिरफ्तार किया है, जिसने ₹5.25 लाख के कर्ज के दबाव से बचने के लिए अपनी ही प्रेमिका की निर्मम हत्या कर दी थी। यह पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी, जिसने आरोपी को कानून के शिकंजे में लाने में अहम भूमिका निभाई।
सूटकेस में मिली लाश, पहचान दिल्ली की नीलेश के रूप में:
यह सनसनीखेज मामला पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के सिखेड़ा गांव में सामने आया था, जहाँ बीते 30 मई को एक आसमानी रंग के सूटकेस में एक महिला का शव बरामद हुआ था। शव की हालत बेहद खराब थी, जिससे उसकी पहचान मुश्किल हो रही थी। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद शव की पहचान दिल्ली के मयूर विहार निवासी नीलेश (30 वर्ष) के रूप में की। नीलेश 28 मई से अपने घर से लापता थी, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके परिजनों ने मयूर विहार थाने में दर्ज कराई थी।

कातिल प्रेमी दिल्ली से गिरफ्तार: सीसीटीवी बना सबसे बड़ा सुराग:
नीलेश की पहचान होते ही पुलिस की जांच की दिशा बदल गई। दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर हापुड़ पुलिस ने नीलेश के प्रेम संबंधों और उसके संपर्क में रहे लोगों की तलाश शुरू की। जांच के दौरान, नीलेश के प्रेमी सतेंद्र यादव पर शक गहराया। सतेंद्र मूल रूप से चित्रकूट जिले के रहुटाखेर गांव का रहने वाला है और पश्चिमी दिल्ली के विनोद नगर में किराए पर रहता था।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को कुछ सीसीटीवी फुटेज हाथ लगे, जिनमें सतेंद्र यादव को उसी आसमानी रंग के सूटकेस के साथ दिल्ली से हापुड़ की तरफ जाते हुए देखा गया था। यह फुटेज ही पुलिस के लिए सबसे बड़ा सुराग साबित हुई, जिसने ‘कातिल आशिक’ को कैमरे में कैद कर लिया था। फुटेज के आधार पर पुलिस ने सतेंद्र यादव को धर दबोचा।
चुन्नी से गला घोंट की गई निर्मम हत्या: पैसे बना मुख्य motive:
सीओ अनीता चौहान ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मृतका का शव 30 मई को रजवाहे के पास झाड़ियों में अटके सूटकेस से बरामद हुआ था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह साफ हो गया था कि नीलेश की गला दबाकर हत्या की गई थी।
पुलिस पूछताछ में आरोपी सतेंद्र यादव ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि नीलेश से उसने ₹5.25 लाख रुपये उधार लिए थे। नीलेश लगातार उस पर पैसे लौटाने का दबाव बना रही थी, जिसके कारण दोनों के बीच अक्सर विवाद होता था। 28 मई की रात को नीलेश सतेंद्र से मिलने उसके कमरे पर गई थी। वहाँ एक बार फिर पैसों को लेकर दोनों के बीच तीखी बहस हुई। गुस्से में सतेंद्र ने नीलेश की चुन्नी से ही उसका गला घोंटकर हत्या कर दी।
लाश को सूटकेस में भर 60 किमी दूर फेंका:
हत्या करने के बाद, सतेंद्र ने लाश को ठिकाने लगाने की खौफनाक योजना बनाई। उसने नीलेश के शव को उसी आसमानी रंग के सूटकेस में बंद कर दिया और फिर दिल्ली से करीब 60 किलोमीटर दूर हापुड़ के पिलखुवा लाकर सिखेड़ा रजवाहे की झाड़ियों में फेंक दिया, ताकि शव की पहचान न हो सके और वह बच जाए।
पुलिस ने आरोपी सतेंद्र यादव के कब्जे से मृतक नीलेश का बैंक पासबुक, एक चेक और आधार कार्ड भी बरामद किया है, जो इस वित्तीय लेनदेन और हत्या के मकसद को और पुख्ता करता है। इस घटना ने एक बार फिर रिश्तों में पैसे के दखल और उसके भयानक अंजाम को सबके सामने ला दिया है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और सतेंद्र यादव के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।