शुक्रवार, 20 जून 2025, 6:34:00 PM. आगरा, उत्तर प्रदेश।
आगरा। गुरुद्वारा गुरु का ताल में श्रद्धालुओं की सेवा और ठहराव की सुविधा को ध्यान में रखते हुए निर्मित नए यात्री निवास का लोकार्पण शुक्रवार को गुरुद्वारा सेवक जत्थे के मुखी संत बाबा प्रीतम सिंह ने श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के चरणों में अरदास के साथ किया।
आधुनिक सुविधाओं से लैस नया यात्री निवास
यह नया यात्री निवास बीते तीन वर्षों में निर्मित हुआ है और इसे आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है। प्रत्येक कमरे में श्रद्धालुओं के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। परिसर में 100 किलोवाट का सोलर पावर प्लांट भी लगाया गया है, जिससे यह संपूर्ण भवन ऊर्जा के लिहाज से आत्मनिर्भर है, जो पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
21 जून को गुरु तेग बहादुर साहिब जी का 350वां शहीदी शताब्दी कीर्तन समागम
मुखी संत बाबा प्रीतम सिंह ने बताया कि गुरुद्वारा गुरु का ताल में 21 जून (शनिवार) को गुरु तेग बहादुर साहिब जी की 350वीं शहीदी शताब्दी के उपलक्ष्य में एक विशेष कीर्तन समागम का आयोजन किया जाएगा। यह भव्य कार्यक्रम दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, गुरुद्वारा शीशगंज साहिब दिल्ली और गुरुद्वारा गुरु का ताल के संयुक्त प्रयासों से संपन्न होगा।
वीर महेंद्र पाल सिंह ने बताया कि समागम की शुरुआत शाम 4 बजे होगी और यह रात्रि 12 बजे तक चलेगा। 22 जून को सुबह ‘आसा दी वार’ का विशेष कीर्तन दिल्ली का अखंड कीर्तन जत्था करेगा। इसके उपरांत सुबह 10 बजे अमृत संचार का आयोजन किया जाएगा। गुरुद्वारा माईथान के प्रधान कंवलदीप सिंह के अनुसार, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और राजस्थान से भी बड़ी संख्या में संगत (श्रद्धालुओं) के आगमन की सूचना मिली है, जिससे यह कार्यक्रम और भी भव्य होने की उम्मीद है।
गुरु ग्रंथ साहिब की सवारी और चरण पादुकाएं होंगी दर्शनीय
समागम से पूर्व गुरु ग्रंथ साहिब महाराज की सवारी पुष्प वर्षा और कीर्तन के साथ गुरुद्वारा मंजी साहिब से भाई नंदलाल हाल तक लाई जाएगी। इसके अतिरिक्त, गुरुद्वारा चरण पादुका साहिब, निजामाबाद (आजमगढ़) से लाई जा रही श्री गुरु नानक देव जी और गुरु तेग बहादुर साहिब जी की चरण पादुकाएं भी श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु प्रस्तुत की जाएंगी, जो भक्तों के लिए एक विशेष आकर्षण होंगी।
ऐतिहासिक महत्व का गुरु का ताल
संत बाबा प्रीतम सिंह ने बताया कि गुरु का ताल वह ऐतिहासिक स्थान है, जहाँ से गुरु तेग बहादुर साहिब ने भाई मती दास, भाई सती दास और भाई दयाला जी के साथ गिरफ्तारी दी थी। यहीं से उन्हें दिल्ली ले जाकर चांदनी चौक में शहीद कर दिया गया था। यह स्थान आज भी सिख शौर्य और बलिदान का प्रतीक बना हुआ है, जो सिख इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
तैयारियों को अंतिम रूप और पोस्टर विमोचन
समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। इसी क्रम में आज (गुरुवार) पोस्टर विमोचन कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में सिख समाज के गणमान्य लोग उपस्थित रहे। मौजूद लोगों में कुलदीप सिंह गुजराल, दलजीत सिंह सेतिया, चौधरी मनजीत सिंह, उपेंद्र सिंह लवली, बंटी चावला, बलजीत सिंह, गुरमुख बियानी, श्याम भोजवानी, पाली सेठी, और सेवक जत्थे के जत्थेदार राजेंद्र सिंह, महंत हरपाल सिंह, ज्ञानी केवल सिंह आदि प्रमुख थे।