नई दिल्ली: भारतीय सेना ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस में “ऑपरेशन सिंदूर” के संबंध में विस्तृत जानकारी साझा करते हुए पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को स्पष्ट और कड़ा संदेश दिया। इस ब्रीफिंग में भारतीय सेना के शीर्ष अधिकारियों ने रामचरितमानस की एक प्रसिद्ध चौपाई “विनय न मानत जलधि जड़, गए तीनि दिन बीति। बोले राम सकोप तब, भय बिनु होइ न प्रीति।” का उल्लेख करते हुए पाकिस्तान को यह स्पष्ट संकेत दिया कि बिना डर के प्रेम संभव नहीं है, जिसका तात्पर्य है कि यदि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। सेना ने दो टूक शब्दों में कहा कि भारत का डिफेंस सिस्टम अभेद्य है, जिसे भेदना दुश्मन के लिए नामुमकिन है। इसके साथ ही, सेना ने यह भी स्पष्ट किया कि वे भविष्य में किसी भी चुनौती का सामना करने और अपने हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
रामचरितमानस की चौपाई से पाकिस्तान को करारा संदेश
डीजी एयर ऑपरेशंस (DGAO) एयर मार्शल एके भारती ने इस महत्वपूर्ण ब्रीफिंग का नेतृत्व करते हुए तुलसीदास कृत रामचरितमानस की इस शक्तिशाली चौपाई का पाठ किया। उन्होंने इस चौपाई के गहरे अर्थ को स्पष्ट करते हुए कहा कि जिस प्रकार भगवान श्रीराम ने समुद्र से लंका जाने के लिए रास्ता मांगा था और तीन दिनों तक विनती करने के बाद भी जब समुद्र ने उनकी प्रार्थना पर ध्यान नहीं दिया, तो वे क्रोधित हो गए और उन्होंने कहा कि बिना भय के प्रेम नहीं होता। इस दृष्टांत के माध्यम से भारतीय सेना ने पाकिस्तान को यह स्पष्ट संदेश दिया कि भारत ने शांति और संयम का परिचय दिया है, लेकिन यदि पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद और शत्रुतापूर्ण गतिविधियों को जारी रखता है, तो भारत के पास कठोर कार्रवाई करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा। यह एक कूटनीतिक रूप से शक्तिशाली बयान था, जिसने भारत के दृढ़ संकल्प को स्पष्ट रूप से व्यक्त किया।
दुश्मन के हवाई जहाज को पास आने का मौका नहीं दिया
डीजीएमओ वाइस एडमिरल ए एन प्रसाद ने भारतीय नौसेना की तैयारियों पर विस्तृत जानकारी साझा करते हुए कहा कि नौसेना ने पाकिस्तान से उत्पन्न होने वाले किसी भी हवाई या समुद्री खतरे से निपटने के लिए एक बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया है। उन्होंने बताया कि लड़ाकू विमानों और टोही विमानों को सक्रिय रूप से तैनात किया गया था और वे किसी भी संभावित आक्रमण का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार थे। वाइस एडमिरल प्रसाद ने यह भी उल्लेख किया कि भारतीय नौसेना ने अत्याधुनिक राडार सिस्टम का प्रभावी ढंग से उपयोग किया, जिससे हमारे पायलट दिन और रात दोनों ही समय दुश्मन की किसी भी गतिविधि पर कड़ी नजर रख सकते थे। उन्होंने जोर देकर कहा कि नौसेना ने सैकड़ों किलोमीटर तक के समुद्री और हवाई क्षेत्र की निगरानी की और किसी भी संदिग्ध या दुश्मन के हवाई जहाज को भारतीय सीमा के कई सौ किलोमीटर के भीतर भी आने का कोई मौका नहीं दिया गया। यह बयान भारतीय नौसेना की तकनीकी श्रेष्ठता और परिचालन तत्परता को दर्शाता है।
जब हौसले बुलंद हों तो मंजिलें भी कदम चूमती हैं
डीजीएमओ ने भारतीय वायुसेना के उच्च मनोबल और तैयारियों की सराहना करते हुए कहा कि जब हौसले बुलंद हों तो मंजिलें भी कदम चूमती हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय वायुसेना ने अपने एयर डिफेंस सिस्टम को पहले से ही पूरी तरह से सक्रिय और उन्नत कर लिया था। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि हाल ही में जब पाकिस्तानी वायुसेना ने भारतीय एयर फील्ड पर लगातार हमले करने की कोशिश की, तो भारतीय वायुसेना के मजबूत और प्रभावी डिफेंस सिस्टम ने उन सभी प्रयासों को पूरी तरह से विफल कर दिया। डीजीएमओ ने दृढ़ता से कहा कि भारत के सभी एयरफील्ड पूरी तरह से ऑपरेशनल हैं और किसी भी स्थिति में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं। यह बयान भारतीय वायुसेना के पायलटों और तकनीशियनों के उच्च स्तर के प्रशिक्षण और समर्पण को दर्शाता है।
पाकिस्तान की चीनी मूल की मिसाइल PL-15 भी गिराई
एक महत्वपूर्ण और चौंकाने वाले खुलासे में, डीजी एयर ऑपरेशंस ने बताया कि भारतीय वायुसेना ने “ऑपरेशन सिंदूर” के दौरान पाकिस्तान की चीनी मूल की अत्याधुनिक हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल PL-15 को भी सफलतापूर्वक मार गिराया। यह मिसाइल पाकिस्तान के शस्त्रागार में सबसे उन्नत हथियारों में से एक मानी जाती है, और इसे मार गिराना भारतीय वायुसेना की तकनीकी क्षमता और युद्ध कौशल का प्रमाण है। एयर मार्शल भारती ने यह भी जानकारी दी कि इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के नूरखान एयरबेस को भी बुरी तरह से तबाह कर दिया, जिससे पाकिस्तान की हवाई क्षमता को महत्वपूर्ण नुकसान पहुंचा। इस कार्रवाई में स्वदेशी रूप से विकसित आकाश मिसाइल सिस्टम का सफलतापूर्वक उपयोग किया गया, जिसने दुश्मन के ड्रोन विमानों को निशाना बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
हमारा एयर डिफेंस सिस्टम मल्टीलेयर, कोई भेद नहीं सकता
डीजी एयर ऑपरेशंस एके भारती ने भारतीय वायुसेना के एयर डिफेंस सिस्टम की अभेद्यता पर जोर देते हुए कहा कि यह एक बहुस्तरीय प्रणाली है, जिसे दुश्मन के लिए भेदना लगभग असंभव है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के सभी ड्रोन विमानों को स्वदेशी रूप से विकसित अत्याधुनिक काउंटर ड्रोन सिस्टम का उपयोग करके कुशलतापूर्वक मार गिराया गया। एयर मार्शल भारती ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि भारत की लड़ाई हमेशा आतंकवाद और आतंकवादियों के खिलाफ रही है। इसीलिए 7 मई को भारतीय सेना ने केवल उन आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था जो भारतीय सीमा के पास सक्रिय थे। हालांकि, उन्होंने खेद व्यक्त किया कि पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों का साथ देना उचित समझा और इस संघर्ष को अपनी लड़ाई बना लिया, जिसके कारण भारत को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी और पाकिस्तान को भारी नुकसान उठाना पड़ा, जिसके लिए वह स्वयं जिम्मेदार है। उन्होंने दृढ़ता से कहा कि भारत का एयर डिफेंस सिस्टम एक मजबूत और अभेद्य दीवार की तरह खड़ा है, जिसे दुश्मन किसी भी कीमत पर नहीं भेद सकता है।
हमारा ऑपरेशन आतंकी और आतंकवाद के खिलाफ
तीनों सेनाओं की यह महत्वपूर्ण और सारगर्भित प्रेस कॉन्फ्रेंस “याचना नहीं, अब रण होगा” इस शक्तिशाली और प्रेरणादायक गीत के साथ शुरू हुई, जो भारत के बदले हुए रवैये और दृढ़ संकल्प को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। इस दौरान, एयर मार्शल एके भारती ने एक बार फिर दोहराया कि भारत की लड़ाई हमेशा आतंकवाद और आतंकवादियों के खिलाफ रही है। इसीलिए 7 मई की रात को केवल उन आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था जो भारतीय सुरक्षा के लिए खतरा थे। उन्होंने खेद व्यक्त किया कि पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों का समर्थन किया, जिसके कारण भारत को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी और पाकिस्तान को भारी नुकसान उठाना पड़ा। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस ने न केवल “ऑपरेशन सिंदूर” की सफलता को उजागर किया, बल्कि पाकिस्तान को यह भी स्पष्ट संदेश दिया कि भारत अपनी संप्रभुता और सुरक्षा की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए दृढ़ संकल्पित है और किसी भी दुस्साहस का करारा जवाब देगा।