आगरा, उत्तर प्रदेश: रविवार, 8 जून 2025, 4:55 AM।
राजस्थान के धौलपुर जिले में चंबल के बीहड़ों में एक बार फिर गैंगस्टरों के पनपने की आशंका बढ़ गई है। राजस्थान पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए दो कुख्यात अपराधियों, जितेंद्र उर्फ जीतू ठाकुर और उसके पिता तेजपाल ठाकुर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से एक AK-47 राइफल और 34 जिंदा कारतूस जब्त किए हैं। इस कार्रवाई से बीहड़ों में एक हथियारों की ट्रेनिंग रेंज का भी खुलासा हुआ है, जो स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर गंभीर चिंता का विषय है।
खुफिया इनपुट पर AGTF और धौलपुर पुलिस का संयुक्त ऑपरेशन
AGTF जयपुर की टीम ने धौलपुर पुलिस के सहयोग से इस सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया। धौलपुर एसपी सुमित मेहरड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्रवाई अतिरिक्त महानिदेशक एमएन दिनेश के निर्देशन में हुई है। AGTF टीम को मुखबिर से पुख्ता सूचना मिली थी कि कुख्यात बदमाश जितेंद्र उर्फ जीतू और तेजपाल ठाकुर चंबल नदी के पास राजाखेड़ा थाना क्षेत्र के बसई घियाराम गाँव में मौजूद हैं। सूचना मिलते ही AGTF की टीम सक्रिय हो गई और त्वरित योजना बनाकर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ़्तारी कई महीनों से पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई थी।
पुरानी डकैत पृष्ठभूमि, आनंदपाल गैंग से संबंध और हथियारों की तस्करी
गिरफ्तार जितेंद्र उर्फ जीतू ठाकुर की पहचान पूर्व डकैत शिवदत्त ठाकुर के भाई के तौर पर हुई है, जिसकी एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी। दूसरा बदमाश तेजपाल ठाकुर जीतू का पिता है। जीतू, रामदत्त और शिवदत्त तीनों सगे भाई हैं। जीतू पिछले काफी समय से अपराध की दुनिया में सक्रिय था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, ये तीनों भाई किसी समय कुख्यात आनंदपाल गैंग के सक्रिय सदस्य थे। शिवदत्त की मौत के बाद गैंग की जिम्मेदारी छोटे भाई रामदत्त ठाकुर को मिली थी। पुलिस सूत्रों का कहना है कि रामदत्त इन दिनों हरियाणा की एक जेल में बंद है।
बीहड़ों में फायरिंग रेंज और लॉरेंस बिश्नोई गैंग से कनेक्शन
पुलिस की छापेमारी में बदमाशों के ठिकाने पर बीहड़ों में एक फायरिंग रेंज का भी खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि इस रेंज में बदमाशों को AK-47 जैसे आधुनिक हथियारों को चलाने की ट्रेनिंग दी जाती थी। यह बात चिंताजनक है क्योंकि यह नए गैंगस्टरों के उभार का संकेत देती है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पकड़े गए बदमाशों के सीधे तौर पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग से भी कनेक्शन सामने आ रहे हैं, जिसकी विस्तृत जांच की जा रही है।
आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद रामदत्त ठाकुर ने अपने भाई जीतू और पिता तेजपाल ठाकुर के साथ मिलकर एक अलग गैंग बना लिया था। बदमाश जितेंद्र और उसका बड़ा भाई रामदत्त ठाकुर हथियारों के बड़े तस्कर माने जाते हैं, जिससे क्षेत्र में अवैध हथियारों की सप्लाई का खतरा बढ़ जाता है। इस गिरफ्तारी से चंबल में बढ़ते अपराधों पर लगाम लगाने में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।