आगरा, उत्तर प्रदेश: जिलाधिकारी (DM) अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने शुक्रवार को आगरा कलेक्ट्रेट का औचक निरीक्षण कर राजस्व अभिलेखागार में एक बाहरी व्यक्ति को रंगे हाथ पकड़ा। इस घटना पर DM ने न सिर्फ संबंधित कर्मचारियों को कड़ी फटकार लगाई, बल्कि उस बाहरी व्यक्ति के खिलाफ थाना नाई की मंडी में FIR दर्ज कराने के आदेश भी दिए हैं। DM के इस अचानक दौरे से कलेक्ट्रेट परिसर में हड़कंप मच गया।
संवेदनशील राजस्व अभिलेखागार में बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश वर्जित
राजस्व अभिलेखागार एक बेहद संवेदनशील स्थान है जहाँ महत्वपूर्ण सरकारी दस्तावेज सुरक्षित रखे जाते हैं। नियमानुसार, यहाँ बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश पूर्णतः वर्जित है। इसके बावजूद, शुक्रवार को एक बाहरी व्यक्ति यहाँ तक पहुँच गया, जिसे DM ने अपने औचक निरीक्षण के दौरान पकड़ा। DM ने इस मामले में संबंधित अभिलेखागार कर्मियों की संलिप्तता की गहन जांच कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई के भी आदेश दिए हैं।
DM का कहना है कि राजस्व अभिलेखागार में महत्वपूर्ण सरकारी अभिलेख संरक्षित हैं और यहाँ बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश प्रतिबंधित है। अभिलेखों की नकल प्राप्त करने के लिए केवल सीमित प्रवेश ही अनुमन्य है।
फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले के बाद बढ़ी सख्ती
बता दें कि कलेक्ट्रेट के कई महत्वपूर्ण पटलों पर अक्सर बाहरी व्यक्तियों का जमावड़ा रहता था। हालांकि, जब से फर्जी शस्त्र लाइसेंस का मामला उजागर हुआ है, तब से प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है, जिसके बाद से प्राइवेट लोग कम ही नजर आ रहे हैं।
हाल ही में एसटीएफ (STF) ने 7 लोगों के खिलाफ फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले में मुकदमा दर्ज कराया है, जिसमें तत्कालीन असलहा लिपिक संजय कपूर का नाम भी शामिल है। इस बड़े खुलासे के बाद से कलेक्ट्रेट में हड़कंप मचा हुआ है और प्रशासनिक सुधारों पर जोर दिया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, कुछ समय पहले तक असलहा पटल पर भी बाहरी व्यक्तियों का खूब जमावड़ा रहता था। पूर्व के कुछ लिपिकों ने अपनी शह पर कई प्राइवेट लड़कों को यहाँ काम पर रखा हुआ था। वे ही असलहा से जुड़े सारे काम देखते थे, यहाँ तक कि गोपनीय फाइलों का रखरखाव भी उन्हीं के हाथों में था। DM के इस औचक निरीक्षण से उम्मीद की जा रही है कि कलेक्ट्रेट में नियमों का सख्ती से पालन होगा और भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी।