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लखनऊ में IRS अफसर पर जानलेवा हमला: जॉइंट कमिश्नर ने पीटा, प्राइवेट पार्ट पर जूतों से वार; FIR दर्ज

IRS अधिकारी गौरव गर्ग को व्हील चेयर से सिविल अस्पताल ले जाते कर्मचारी।
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May 30, 2025 | 12:16 PM.

लखनऊ के इनकम टैक्स ऑफिस में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक IRS अधिकारी गौरव गर्ग पर उन्हीं के विभाग के जॉइंट कमिश्नर योगेंद्र मिश्रा ने जानलेवा हमला कर दिया। गौरव गर्ग ने अपनी FIR में बताया कि योगेंद्र मिश्रा अचानक उनके ऑफिस में घुस आए और उन पर हमला कर दिया। उन्होंने गौरव गर्ग का गला दबाने की कोशिश की, कांच का गिलास फेंककर मारा, और चेहरे पर मुक्के भी जड़े। हद तो तब हो गई जब उन्होंने जूतों से उनके प्राइवेट पार्ट पर भी हमला किया। इस हमले की वजह एक क्रिकेट मैच में योगेंद्र मिश्रा को न खिलाना और उसके बाद हुई विभागीय कार्रवाई बताई जा रही है।

हमले के बाद डिप्टी कमिश्नर गौरव गर्ग को पुलिस ने सिविल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों के अनुसार उनकी हालत फिलहाल स्थिर है। यह पूरी घटना गुरुवार शाम हजरतगंज स्थित आयकर विभाग की छठी मंजिल पर घटित हुई। बता दें कि गौरव गर्ग IPS अफसर रवीना त्यागी के पति हैं।

ACP हजरतगंज विकास जायसवाल ने बताया कि आरोपी अफसर योगेंद्र मिश्रा पर हत्या के प्रयास के साथ ही सरकारी कार्य में बाधा डालने की धाराएं लगाई गई हैं। मामले की गंभीरता से जांच जारी है।

डिप्टी कमिश्नर की FIR: क्रिकेट मैच से शुरू हुआ विवाद

गौरव गर्ग ने अपनी FIR में विस्तार से बताया कि कैसे यह विवाद शुरू हुआ। उन्होंने लिखा: “मैं इनकम टैक्स में डिप्टी कमिश्नर हूं। फरवरी 2025 में बीबीडी क्रिकेट ग्राउंड में एक क्रिकेट मैच का आयोजन हुआ, जिसमें आयकर विभाग में ही जॉइंट कमिश्नर योगेंद्र मिश्रा ने सभी से कहा था- ‘मुझे भी खिलाओ और मुझे कप्तान भी बनाओ’।”

उनकी इस ज़बरदस्ती के चलते मामला पीसीसी सर (प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त) के पास पहुंचा। पीसीसी सर ने निर्णय लिया कि जो लोग क्वार्टर फाइनल खेल चुके हैं, वही लोग सेमीफाइनल और फाइनल भी खेलेंगे। फाइनल मैच शुरू होने से पहले योगेंद्र क्रिकेट पिच पर लेट गए। उन्होंने धमकी दी कि अगर उन्हें नहीं खिलाया गया तो मैच नहीं होने देंगे। इस हरकत पर पीसीसी सर ने उन्हें चेतावनी दी कि अगर वह पिच से नहीं हटे तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी, क्योंकि मैच का आयोजन सरकारी रूप से हो रहा था और योगेंद्र ने सरकारी कार्य में बाधा डाली थी।

खिलाड़ियों को धमकाया, फिर हुआ ट्रांसफर

FIR के अनुसार, इस घटना के बाद योगेंद्र मिश्रा ने क्रिकेट टीम के कुछ खिलाड़ियों को वॉट्सऐप पर अपशब्द कहे, जिससे उनके खिलाफ कई शिकायतें हुईं। उन्होंने एक खिलाड़ी से कहा, “मुझे पता है तुम्हारी बहन का चक्कर कहां चल रहा है।” एक अन्य खिलाड़ी को धमकाया, “बचकर रहना, आजकल एनसीबी वाले घूम रहे हैं। गाड़ी में नशीला पदार्थ रखवाकर झूठे मुकदमे में फंसा दूंगा।”

योगेंद्र के खिलाफ कुल 12 शिकायतें की गईं। इसके बाद पीसीसी सर ने गौरव गर्ग को शिकायतों पर कार्रवाई के निर्देश दिए। योगेंद्र मिश्रा की इन हरकतों के बाद उनका ट्रांसफर लखनऊ से उत्तराखंड कर दिया गया, जहां वे वर्तमान में तैनात हैं। योगेंद्र के खिलाफ पहली शिकायत के संबंध में गौरव गर्ग के ऑफिस से उन्हें एक लेटर जारी किया गया था। इसके बाद उन्होंने आयकर आयुक्त (प्रशासन एवं करदाता सेवाएं) ऋचा रस्तोगी को भी वॉट्सऐप पर धमकी दी और उनसे जांच वापस लेने को कहा।

जानलेवा हमला: ‘तुम बड़े नेता बन रहे हो?’

गौरव गर्ग ने FIR में बताया कि गुरुवार दोपहर 3:00 बजे से 3:30 बजे के बीच वे ऑफिस के छठे फ्लोर पर बैठे थे। उनके साथ सीनियर अधिकारी ऋचा रस्तोगी और शौर्य शाश्वत शुक्ला भी मौजूद थे। वे पीसीसी सर के रिटायरमेंट फेयरवेल कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर रहे थे, तभी अचानक योगेंद्र मिश्रा बिना अनुमति के वहां आ धमके।

वे बहुत तेज आवाज में गालियां देने लगे और बोले, “तुम लोगों ने मेरा जबरदस्ती ट्रांसफर करवा दिया।” फिर गौरव गर्ग की तरफ बढ़ते हुए कहा, “तुम बड़े नेता बन रहे हो? अब मेरा ट्रांसफर वापस लखनऊ करवाओ। मेरे खिलाफ आगे कोई कार्रवाई करोगे तो अच्छा नहीं होगा।” उन्होंने जान से मारने की धमकी दी और कहा कि सभी शिकायतें रफा-दफा कर दें क्योंकि इन शिकायतों से उनका बहुत नुकसान हुआ है। यह कहते हुए उन्होंने टेबल पर रखा गिलास उठाकर गौरव गर्ग की तरफ पानी फेंका। फिर उसी कांच के गिलास से जोर से मारा, जिससे गौरव गर्ग बड़ी मुश्किल से बचे।

‘सांस रुकने लगी थी’, प्राइवेट पार्ट पर भी हमला

इसके बाद उन्होंने उसी कांच के गिलास (जो सरकारी संपत्ति है) को घातक हथियार की तरह इस्तेमाल करते हुए गौरव गर्ग की गर्दन पर वार किया। जब गौरव गर्ग अपना लैपटॉप लेकर कमरे से बाहर जाने लगे, तभी योगेंद्र ने पीछे से आकर उनका गला दबा दिया। गौरव गर्ग की सांस रुकने लगी थी और उन्होंने तड़पते हुए उन्हें हटाया। तब तक योगेंद्र मिश्रा ने उन्हें कई मुक्के मारे, जिनमें कुछ उनके नाक, होंठ और कान पर लगे। इससे उनकी नाक और होंठ से खून निकलने लगा। उनके आगे के दांत हिलने लगे और दाहिने कान से सुनाई देना बंद हो गया। इसके बाद योगेंद्र ने अपने भारी-भरकम जूतों से गौरव गर्ग के प्राइवेट पार्ट पर भी वार किया।

इस दौरान शौर्य शाश्वत शुक्ला ने गौरव गर्ग को बचाने का प्रयास किया। योगेंद्र मिश्रा ने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया, सरकारी काम में बाधा डाली और गौरव गर्ग पर जानलेवा हमला किया। गौरव गर्ग ने तत्काल डायल 112 पर सूचना दी। इसके बाद पुलिस उन्हें सिविल अस्पताल लेकर गई। गाड़ी में बैठने से पहले ही अत्यधिक चोटों के कारण उनकी तबीयत बिगड़ने लगी थी। अस्पताल पहुंचते-पहुंचते वे बेहोश हो गए थे। गौरव गर्ग ने प्रार्थना पत्र देते हुए कानून के अनुसार कार्रवाई की मांग की है।

पेपर वेट से हमला और आपसी तनातनी की जड़ें

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गुरुवार दोपहर योगेंद्र मिश्रा गौरव गर्ग से मिलने पहुंचे थे। बातचीत के दौरान अचानक विवाद इतना बढ़ गया कि मिश्रा ने आवेश में आकर पास में रखा कांच का पेपर वेट उठाया और गर्ग के चेहरे पर फेंक कर मारा। चोट इतनी गंभीर थी कि खून बहने लगा। आनन-फानन में गर्ग को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया।

हमले के वक्त ऑफिस में तीन अन्य कर्मचारी भी मौजूद थे। इनमें से 2 लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि दोनों अधिकारियों के बीच लंबे समय से तनातनी चल रही थी। यह बात सिर्फ व्यक्तिगत नहीं थी, बल्कि इसकी जड़ें विभागीय कार्रवाई से जुड़ी थीं। एक सीनियर अफसर से बात करने पर पता चला कि IRS अधिकारी गौरव गर्ग ने हाल ही में योगेंद्र मिश्रा के खिलाफ अनुशासनहीनता और भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायतों पर औपचारिक रूप से हस्ताक्षर किए थे।

इतना ही नहीं, मिश्रा ने गौरव गर्ग से एक तीसरे पक्ष से जुड़ी संवेदनशील जानकारी मांगी थी, लेकिन गर्ग ने नियमों का हवाला देते हुए जानकारी देने से इनकार कर दिया। इसके बाद मिश्रा उन पर दबाव डाल रहे थे, लेकिन गर्ग ने नियमों से कोई समझौता नहीं किया। संभवतः यह हमला प्रतिशोध की भावना से किया गया था।

विभाग में सन्नाटा, राजनीतिक बयानबाजी तेज

इस हमले के बाद आयकर विभाग के अधिकारी और कर्मचारी सकते में हैं। हालांकि विभाग की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार पूरे मामले की हाई-लेवल जांच शुरू कर दी गई है।

इधर, समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर तंज कसा। उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार में अब तक पुलिस बनाम पुलिस हो रहा था। अब अधिकारी बनाम अधिकारी हो रहा। लखनऊ में एक IRS अधिकारी को बंधक बनाकर एक इनकम टैक्स अधिकारी द्वारा पीटे जाने का मामला सामने आया है। इसकी जांच हो। पता किया जाए कि एक IPS अधिकारी के पति के साथ ऐसी घटना क्यों घटी? इसके सूत्र किस-किस से जुड़े हैं?”

अखिलेश के बयान पर उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने पलटवार किया। उन्होंने कहा, “यह पॉलिटिकल एंगल नहीं है। कानून अपना काम करेगा। उनके (गौरव गर्ग) मुंह और पैर में चोट लगी है।”

गौरव गर्ग वरिष्ठ IRS अधिकारी हैं और IPS अधिकारी रवीना त्यागी के पति हैं। रवीना त्यागी लंबे समय तक डीसीपी सेंट्रल की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं और फिलहाल लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में पुलिस उपायुक्त (अभिसूचना एवं सुरक्षा) की जिम्मेदारी संभाल रही हैं।

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