आगरा, उत्तर प्रदेश: शनिवार, 7 जून 2025, 7.30 AM।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के आईपीएल जीत के जश्न के दौरान बेंगलुरु में हुई दुखद भगदड़ पर भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने गहरा दुख जताया है। गंभीर ने इस घटना को लेकर विराट कोहली की आरसीबी पर सीधा सवाल खड़ा किया है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि ऐसे रोड शो करने की जरूरत क्या है, जबकि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम न हों। यह बयान बेंगलुरु में 11 लोगों की मौत के बाद आया है, जिससे पूरे क्रिकेट जगत में शोक का माहौल है।
गंभीर बोले – ‘लोगों की जान सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण’
गौतम गंभीर हमेशा से इस तरह के बड़े आयोजनों और रोड शो के खिलाफ रहे हैं। बेंगलुरु में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर उन्होंने अपनी पुरानी बात दोहराते हुए कहा, “मैं कभी रोड शोज का समर्थक नहीं रहा हूं। मेरा तब भी यही मानना था जब मैं 2007 में भारत की टी20 वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा था।” उन्होंने जोर देकर कहा, “लोगों की जान ऐसी चीजों से बहुत ज्यादा महत्व रखती है। मैं आगे भी ऐसा ही कहना जारी रखूंगा।”
गंभीर ने RCB के विक्ट्री परेड को लेकर कहा कि इस हादसे में जान गंवाने वाले फैंस के परिवार के लिए पूरा भारत दुखी है। उन्होंने टीम प्रबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा, “टीम ने जीत दर्ज कर ली इसको लेकर जश्न मनाइए काफी है और अगर पुख्ता इंतजाम नहीं कर सकते तो ऐसे आयोजन को नहीं करना चाहिए।” यह बयान टीम प्रबंधन की व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल उठाता है।
हादसे का पूरा घटनाक्रम
बता दें कि आईपीएल 2025 का फाइनल मैच 3 जून को खेला गया था, जिसमें आरसीबी ने पंजाब किंग्स को हराकर अपनी पहली आईपीएल ट्रॉफी जीती। इस ऐतिहासिक जीत के बाद टीम अगले दिन दोपहर में 1 बजे के करीब ट्रॉफी लेकर बेंगलुरु पहुंची। प्लेयर्स एक ओपन बस में सफर करने वाले थे, लेकिन भारी भीड़ होने के कारण पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी थी। इसके बावजूद, जहां-जहां से टीम की बस गुजरी, वहां बड़ी संख्या में लोग सड़क किनारे खड़े नजर आए, जिससे भीड़ का जमावड़ा हुआ। अनुष्का शर्मा ने भी इसके कई वीडियो अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किए थे, जिनमें विराट कोहली ट्रॉफी पकड़े बस में आगे बैठे हुए दिख रहे थे।
लगभग 5 बजे के करीब आरसीबी की टीम एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में पहुंच गई, जहाँ जीत का मुख्य जश्न मनाया जा रहा था। यहाँ भी भारी संख्या में लोग पहुंचे, और आरोप है कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त बंदोबस्त नहीं थे। इसी दौरान यहां भगदड़ मच गई और शाम 6 बजे के करीब कई लोगों के मरने की खबर आने लगी। दुखद बात यह है कि इस घटना के बाद भी काफी समय तक स्टेडियम के अंदर जीत का जश्न मनाया जाता रहा। इस हादसे ने सुरक्षा व्यवस्था और ऐसे आयोजनों की आवश्यकता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।