आगरा, उत्तर प्रदेश: मंगलवार, जून 10, 2025, 4:26 PM।
शाहजहाँपुर में रोडवेज बस स्टैंड के ठीक सामने, सेना ने मंगलवार को पुलिस के सहयोग से अपनी दशकों से अतिक्रमित जमीन को कब्जामुक्त करा लिया। बुलडोजर का इस्तेमाल कर अवैध निर्माण और अस्थायी दुकानों को हटा दिया गया। इस दौरान कुछ दुकानदारों ने विरोध करने का प्रयास किया, जिससे पुलिस के साथ उनकी हल्की नोकझोंक भी हुई, लेकिन भारी पुलिस बल की मौजूदगी के कारण अतिक्रमण हटाओ अभियान शांतिपूर्वक संपन्न हो गया।
कैंट क्षेत्र की अतिक्रमित जमीन पर दुकानें
शाहजहाँपुर के रोडवेज बस अड्डे के सामने कैंट क्षेत्र की एक बड़ी जमीन पड़ी है। इस जमीन पर कई वर्षों से अस्थायी अतिक्रमण था। बस अड्डे के सामने होने के कारण यह जगह व्यापारिक गतिविधियों का केंद्र बन गई थी, जहाँ दुकानों की भरमार थी। अधिकांश दुकानदारों ने ठेले लगाकर या अस्थायी तौर पर टीनशेड डालकर जमीन पर कब्जा कर रखा था। इतना ही नहीं, दो दुकानदारों ने तो पक्की दीवारें खड़ी कर उस पर टीनशेड डालकर स्थायी रूप से कब्जा कर लिया था, जिससे सेना की जमीन पर अवैध निर्माण हो गया था।
सेना और पुलिस का संयुक्त अभियान, विरोध विफल
मंगलवार को सेना के रक्षा संपदा विभाग, बरेली की एक टीम शाहजहाँपुर पहुँची। स्थानीय सदर बाजार पुलिस के सहयोग से जैसे ही अतिक्रमण हटाना शुरू किया गया, दुकानदारों में हड़कंप मच गया। सेना के जवान और भारी संख्या में पुलिस बल को देखकर अधिकतर दुकानदार अपना ठेला और सामान हटाकर तुरंत वहां से जाने लगे।
वहीं, दुकान लगाने वाली एक-दो महिलाओं ने इस कार्रवाई का विरोध करने का प्रयास किया। महिला कांस्टेबल ने उन्हें तुरंत पकड़कर किनारे कर दिया ताकि वे अभियान में बाधा न डाल सकें। कुछ लोगों की पुलिस से नोकझोंक भी हुई, लेकिन पुलिस ने स्थिति को तुरंत नियंत्रित कर लिया। इसके बाद, जेसीबी (बुलडोजर) की मदद से पूरी जमीन को कब्जा मुक्त करा लिया गया। कार्रवाई के दौरान पूरे क्षेत्र में खलबली मची रही, लेकिन सेना और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के सामने कोई बड़ा विरोध सफल नहीं हो सका। इस अभियान से सेना को अपनी महत्वपूर्ण जमीन वापस मिल गई है।