May 30, 2025 | 04:16 PM. मैनपुरी, उत्तर प्रदेश, भारत। मध्य प्रदेश के मंदसौर में भाजपा जिलाध्यक्ष के कथित वीडियो कांड का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में भी एक ऐसा ही शर्मनाक मामला सामने आया है, जिसने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। शहर के एक मंडल की भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष के बेटे के 130 अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिन्होंने बेशर्मी की सारी हदें पार कर दी हैं। ये बेहद आपत्तिजनक वीडियो अब शहरभर के लोगों के मोबाइल तक पहुंच चुके हैं। इस घटना के बाद से भाजपा नेत्री ने फोन उठाना बंद कर दिया है, और पूरे भाजपा खेमे ने भी चुप्पी साध ली है, जबकि विपक्षी दल इस मुद्दे पर खुलकर सवाल उठा रहे हैं।
वायरल हो रहे वीडियो शहर के एक नामचीन मिष्ठान भंडार के संचालक के छोटे भाई के बेटे और भाजपा नेत्री के बताए जा रहे हैं। इन वीडियो में वह युवक और एक महिला बेहद अश्लील हरकतें करते हुए दिख रहे हैं। बताया जा रहा है कि ये 130 वीडियो शहर के अलग-अलग होटल और रेस्टोरेंट सहित कई स्थानों पर बनाए गए हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि भाजपा नेत्री का बेटा विवाहित है, और वीडियो में दिख रही महिला भी शहर की ही रहने वाली है, जिसने अपने पति को छोड़ रखा है।
पत्नी से चल रहा विवाद और मानसिक प्रताड़ना
भाजपा नेत्री के बेटे का अपनी पत्नी से करीब चार साल से इन्हीं हरकतों को लेकर विवाद चल रहा है। पिछले दिनों युवक द्वारा अपनी पत्नी को सिगरेट से दागे जाने का मामला भी सामने आया था, जिसके बाद पत्नी ने पुलिस को बुला लिया था। मगर, राजनीतिक परिवार से जुड़ा मामला होने के कारण तब पुलिस ने इसे रफा-दफा कर दिया था। सूत्रों के अनुसार, युवक कथित तौर पर अपनी प्रेमिका के साथ ये अश्लील वीडियो बनाकर अपनी पत्नी को दिखाता था, जिससे उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित कर सके।
130 वीडियो कैसे हुए वायरल? सवालिया निशान
इस पूरे मामले में एक बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि आखिर ये 130 अश्लील वीडियो एकाएक कैसे वायरल हो गए। क्या इन्हें खुद युवक या उसकी प्रेमिका ने वायरल किया है, या फिर किसी अन्य तरीके से ये सोशल मीडिया तक पहुंचे हैं? इन सवालों को लेकर शहर में जोरदार चर्चाएं और अटकलें लगाई जा रही हैं।
भाजपा मौन, विपक्ष हमलावर
इस गंभीर मामले पर भाजपा ने पूरी तरह चुप्पी साध रखी है। महिला मोर्चा से लेकर जिला संगठन तक का कोई भी पदाधिकारी इस पर कुछ भी बोलने से साफ इनकार कर रहा है। वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और कांग्रेस ने भाजपा को इस मुद्दे पर आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया है। विपक्षी दलों का कहना है कि भाजपा नेताओं और उनके परिवार से जुड़े लोगों की करतूतें अब जनता के सामने आने लगी हैं, मगर पुलिस-प्रशासन सत्ता के दबाव में कार्रवाई करने के बजाए शांत बैठा हुआ है।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष गोपाल कुलश्रेष्ठ ने तीखा हमला करते हुए कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में फर्क अब साफ दिखने लगा है। उनकी जुबान पर ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ के नारे हैं, मगर उनकी करतूतें उससे बिल्कुल इतर हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इस मामले में आरोपी के खिलाफ कार्रवाई और उसकी पत्नी को इंसाफ नहीं मिला, तो कांग्रेस सड़कों पर उतरकर बड़ा प्रदर्शन करेगी।
सपा जिलाध्यक्ष आलोक शाक्य का कहना है कि भाजपा नेताओं की करतूतों से पर्दा उठने लगा है। जनता 2027 के विधानसभा चुनाव में उन्हें इसका सबक सिखा देगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर भाजपा नेत्री और उसके बेटे से प्रताड़ित महिला सपा से संपर्क करती है, तो पार्टी उसके लिए इंसाफ की लड़ाई लड़ेगी।
बसपा जिलाध्यक्ष मनीष सागर ने भी भाजपा पदाधिकारियों को इस मामले में संज्ञान लेने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि एक पत्नी के होते हुए इस प्रकार से किसी अन्य महिला के साथ संबंध बनाना और अश्लील वीडियो बनाना भारतीय समाज की परंपरा का हिस्सा नहीं है, और यह बेहद निंदनीय है।