Tuesday, 24 June 2025, 7:55:00 PM. Agra, Uttar Pradesh
आगरा। मंगलवार को सम्पन्न हुए तीन दिवसीय ‘फूड एक्सपो एंड कॉन्क्लेव 2025’ ने ब्रज क्षेत्र के खाद्य उद्योग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया है। आयोजन ने आगरा को वैश्विक खाद्य मानचित्र पर उभारते हुए ब्रज के पारंपरिक स्वाद को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाई। करीब 7000 आगंतुकों और 100 से अधिक स्टॉल्स के साथ यह एक्सपो स्थानीय उद्योगपतियों, स्टार्टअप्स और निर्यातकों के लिए एक मील का पत्थर बन गया।
आयोजन का संचालन ‘चैंबर ऑफ फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन’ (CFPIA) द्वारा किया गया, जिसमें रावी इवेंट्स ने प्रमुख भूमिका निभाई। एक्सपो में तकनीकी सत्र, ब्रांडिंग, निर्यात, पर्यावरणीय उत्तरदायित्व, एमएसएमई योजनाओं और ईएसजी जैसे विषयों पर विशेष चर्चा हुई।
एक्सपो के समापन अवसर पर मंडलायुक्त शैलेन्द्र कुमार सिंह ने कहा, “ब्रज की समृद्ध खाद्य परंपरा को वैश्विक पहचान दिलाने की दिशा में यह आयोजन ऐतिहासिक कदम है। यह एक्सपो आने वाले वर्षों में खाद्य निर्यात के नए आयाम खोलेगा।”
सरकारी योजनाओं से मिला प्रोत्साहन
उद्घाटन सत्र में उत्तर प्रदेश लघु उद्योग निगम के अध्यक्ष राकेश गर्ग ने कहा कि सरकार अब कृषि भूमि पर भी खाद्य उद्योग लगाने की अनुमति देने जा रही है। यूपीएसआईडीसी के एमडी राजकमल यादव ने ‘एमएसएमई वन कनेक्ट योजना’ की जानकारी दी, जो वित्तीय, तकनीकी और परामर्श सेवाएं एक मंच पर देती है।
निर्यात बीमा और बैंकिंग समाधान
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के डीजीएम एसवीएस नागेंद्र, सीए आरके जैन व प्रोफेसर अपूर्व बिहारी लाल ने एमएसएमई को ऋण, बीमा और वित्तीय परामर्श से जोड़ने पर बल दिया। ईसीजीसी के मैनेजर राकेश कुमार ने निर्यात क्रेडिट बीमा और फाइनेंस कवर की विस्तृत जानकारी दी, जिससे निर्यातकों को विश्वास और वित्तीय सुरक्षा दोनों मिलती हैं।
ज़ेड सर्टिफिकेशन और रैंप योजना
भारत सरकार की एमएसएमई विशेषज्ञ सोनल सरगी ने ‘ज़ेड सर्टिफिकेशन योजना’ और ‘रैंप योजना’ पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ज़ेड सर्टिफिकेशन के तीन स्तर हैं – ब्रॉन्ज, सिल्वर और गोल्ड। इसमें केंद्र सरकार 50% से 80% तक लागत वहन करती है। रैंप योजना नवाचार, महिला सशक्तिकरण और तकनीकी उन्नयन को बढ़ावा देती है।
ESG और सस्टेनेबिलिटी का महत्व
ईएसजी विशेषज्ञ विशाल चंदानी और राष्ट्रीय वक्ता सोनल भारद्वाज ने पर्यावरणीय जिम्मेदारी, ग्रीन टेक्नोलॉजी, अपशिष्ट प्रबंधन और कार्बन न्यूट्रलाइजेशन पर बात की। उन्होंने कहा कि अब केवल उत्पाद नहीं, बल्कि उत्पादन की प्रक्रिया और कंपनी के मूल्य भी उपभोक्ता के निर्णय को प्रभावित करते हैं।
स्थानीय से वैश्विक की ओर
तीन दिनों में यह स्पष्ट हो गया कि ब्रज के स्वाद में वह क्षमता है, जो अंतरराष्ट्रीय उपभोक्ता को भी आकर्षित कर सकती है। इस कॉन्क्लेव ने स्थानीय उद्यमियों को वैश्विक मानकों पर सोचने, गुणवत्ता सुधारने और निर्यात की दिशा में ठोस रणनीति बनाने की प्रेरणा दी।
सम्मान और समापन
समापन समारोह में CFPIA के संरक्षक राजेश अग्रवाल और अध्यक्ष राजकुमार भगत ने सहभागियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। मुख्य सलाहकार मनीष अग्रवाल रावी ने कहा कि आयोजन का उद्देश्य यूपी के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को वैश्विक बाजार से जोड़ना था, जो अब संभव होता दिख रहा है। आयोजन को सफल बनाने में नितिन गोयल, विकास चतुर्वेदी, सिद्धार्थ अग्रवाल और आशीष गर्ग की भूमिका सराहनीय रही।
‘फूड एक्सपो एंड कॉन्क्लेव 2025’ ने न सिर्फ ब्रज के पारंपरिक स्वाद को वैश्विक मंच दिया, बल्कि स्थानीय उद्योगपतियों के लिए सरकार, वित्त, तकनीक और ब्रांडिंग के साथ जुड़ने का मौका भी प्रदान किया। यह आयोजन अब एक नई औद्योगिक क्रांति की नींव माना जा रहा है।
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