शुक्रवार, 20 जून 2025, 7:15:00 PM. बरेली, उत्तर प्रदेश।
भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए भ्रष्टाचार निवारण संगठन बरेली की टीम ने शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की। संगठन की ट्रैप टीम ने थाना फरीदपुर में तैनात उप निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा को 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी दरोगा को उसके अपने ही थाने के अंदर दबोचा गया, जिससे पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
मुकदमे को हल्का करने के लिए मांगी थी रिश्वत
भ्रष्टाचार निवारण संगठन के पुलिस उपाधीक्षक यशपाल सिंह ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि शिकायतकर्ता रेहान अंसारी, निवासी ग्राम भगवन्तापुर, थाना फरीदपुर, ने उप निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। रेहान के अनुसार, थाना फरीदपुर में दर्ज मु.अ.सं. 249/2025 धारा 109(1), 351(2), 351(3) BNS की विवेचना में आरोपी दरोगा द्वारा मुल्जिमों को लाभ पहुंचाने और मुकदमे को हल्का करने के नाम पर 10,000 रुपये की रिश्वत की मांग की गई थी।
थाना परिसर में ही हुई गिरफ्तारी, टीम ने रंगे हाथ दबोचा
शिकायत की पुष्टि होने के बाद भ्रष्टाचार निवारण संगठन की ट्रैप टीम प्रभारी निरीक्षक प्रवीण सान्याल के नेतृत्व में कार्रवाई की गई। शुक्रवार दोपहर जैसे ही उप निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा ने शिकायतकर्ता से 10,000 रुपये की रिश्वत ली, टीम ने तत्काल दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी थाना परिसर के अंदर ही हुई, जो इस कार्रवाई को और भी चौंकाने वाला और महत्वपूर्ण बनाती है।
गिरफ्तार दरोगा सुनील कुमार वर्मा मूल रूप से जनपद बिजनौर के ग्राम रसीदपुर गढ़ी, थाना कोतवाली शहर का रहने वाला है। वर्तमान में वह विष्णु विहार कॉलोनी, ज्वालानगर, थाना सिविल लाइन, जिला रामपुर में रह रहा था। इस कार्रवाई से यह संदेश गया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम जारी है, और दोषी किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे।