गुरुवार, 20 जून 2025, 8:25:15 AM. आगरा, उत्तर प्रदेश।
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर सैन्य हमले की योजना को मंजूरी दे दी है, हालांकि व्हाइट हाउस की तरफ से अभी अंतिम आदेश आना बाकी है। ट्रंप इस आदेश को देने से पहले यह देख रहे हैं कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को छोड़ेगा या नहीं। इससे पहले ट्रंप ने ईरान को बिना शर्त आत्मसमर्पण करने को कहा था। इजरायल और ईरान के बीच चल रहे तनाव के बीच अमेरिका की संभावित एंट्री को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।
ट्रंप का बयान: ‘मैं ऐसा कर सकता हूं, नहीं भी कर सकता हूं’
अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने तीन सूत्रों के हवाले से बताया है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर हमला करने की योजना को हरी झंडी दे दी है। हालांकि, अंतिम आदेश जारी करने से पहले ट्रंप इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि क्या ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को खत्म करने के लिए तैयार होता है या नहीं। इससे पहले, जब ट्रंप से ईरान पर हमले की संभावना के बारे में पूछा गया था, तो उन्होंने इजरायली सैन्य कार्रवाई में अमेरिका के शामिल होने की संभावना को खुला रखा था।
व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से ईरान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई पर ट्रंप ने कहा, “मैं ऐसा कर सकता हूं, मैं ऐसा नहीं भी कर सकता हूं। मेरा मतलब है कि कोई नहीं जानता कि मैं क्या करने जा रहा हूं।” इससे पहले, इजरायली मीडिया आउटलेट यरुशलम पोस्ट ने बताया था कि अमेरिकी सेंट्रल कमांड (CENTCOM) के कमांडर जनरल माइकल कुरिल्ला ने राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात की थी और उन्हें ईरान के संबंध में सैन्य विकल्पों का एक प्रेजेंटेशन दिया था।
ईरान को बिना शर्त सरेंडर का संदेश और खामेनेई की चुनौती
डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान से बिना शर्त आत्मसमर्पण करने को कहा है। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा, “अगला सप्ताह बहुत बड़ा होने वाला है, शायद एक सप्ताह से भी कम।” ट्रंप ने यह भी कहा कि “हम जानते हैं कि खामेनेई कहाँ छिपे हैं। हम उन्हें निकाल (मार) सकते हैं, लेकिन फिलहाल नहीं करेंगे।” यरुशलम पोस्ट की रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रंप ने कथित तौर पर बुधवार को ईरानी विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ एक बैठक की व्यवस्था भी की थी।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने ईरानी विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया कि ईरान जल्द ही राष्ट्रपति ट्रंप की जल्द ही मिलने की पेशकश को स्वीकार करेगा। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि वार्ता ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर केंद्रित होगी, वहीं ईरानी विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि ईरान इजरायल के साथ युद्धविराम पर चर्चा के लिए तैयार है। हालांकि, बुधवार को ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने ट्रंप की बिना शर्त आत्मसमर्पण की मांग को सिरे से खारिज कर दिया था। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर अमेरिका ने ईरान पर हमला किया तो उसे भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
रूस ने की मध्यस्थता की पेशकश, पुतिन का बयान
इस बीच, बुधवार शाम को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इजरायल और ईरान युद्ध पर अपनी टिप्पणी दी। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि ईरान और इजरायल के बीच दुश्मनी खत्म होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि रूस ने क्षेत्र में अपने सहयोगियों को संघर्ष को बढ़ने से रोकने के बारे में अपने विचार बताए हैं। पुतिन ने कहा, “मुझे लगता है इस संघर्ष में सभी पक्षों के लिए एक-दूसरे के साथ समझौता करने के तरीके खोजना सही होगा।” इससे पहले, क्रेमलिन ने सुझाव दिया था कि रूस ईरान और इजरायल के बीच मध्यस्थता कर सकता है। पुतिन ने रॉयटर्स से कहा कि उनका मानना है कि ईरानी अपने नेतृत्व के समर्थन में एकजुट हो रहे हैं, जो उनकी अंदरूनी एकता को दर्शाता है।