गुरुवार, जून 12, 2025, 12:00:00 AM IST. आगरा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के 11 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को आगरा के खंदारी स्थित जेपी सभागार में एक भव्य प्रबुद्धजन समागम का आयोजन किया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल को विकसित और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण का स्वर्णिम काल करार दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि इन 11 वर्षों में देश ने हर क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है और वैश्विक पटल पर अपनी एक नई पहचान बनाई है।
पीएम मोदी ने देश को दी नई पहचान: 140 करोड़ देशवासियों का विश्वास अर्जित किया<
विवि के खंदारी परिसर स्थित जेपी सभागार में प्रबुद्धजन समागम को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को केवल वैश्विक पहचान ही नहीं दी है, बल्कि स्वयं को पूरी तरह से तपाकर 140 करोड़ देशवासियों का अटूट विश्वास भी अर्जित किया है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि ये 11 साल भारत के उज्जवल भविष्य की मजबूत नींव हैं, जिस पर एक सशक्त और समृद्ध राष्ट्र का निर्माण हो रहा है। उन्होंने बताया कि भाजपा शासित राज्यों में गरीबों के कल्याण के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित हुआ है, जिससे समाज के अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुँच रहा है। सांसद त्रिवेदी ने कहा, “सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के इन 11 वर्षों ने ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना को साकार किया है, जहाँ हर नागरिक देश की प्रगति में अपनी भूमिका निभा रहा है।”
कांग्रेस पर तीखा हमला: 2014 के बाद गरीब बना योजनाओं में भागीदार;
डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने अपने संबोधन में कांग्रेस और पिछली सरकारों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि आजादी के 65 साल तक कांग्रेस और अन्य दलों ने आमजन का विश्वास तोड़ा और भारत की वैश्विक साख को गंभीर चोट पहुंचाई। उन्होंने आरोप लगाया कि इन सरकारों के दौरान भ्रष्टाचार और कुशासन के कारण देश की छवि धूमिल हुई। लेकिन, 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि देश का गरीब नागरिक न केवल सरकार की योजनाओं का लाभार्थी बना है, बल्कि वह उन योजनाओं में सक्रिय भागीदार भी बन रहा है। त्रिवेदी ने कहा कि अब गरीबों को उनका हक मिल रहा है और वे विकास की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं।
सरकार की प्रमुख उपलब्धियां: सुरक्षा से डिजिटल क्रांति तक<
सांसद त्रिवेदी ने मोदी सरकार की ऐतिहासिक उपलब्धियों की विस्तार से चर्चा की। उन्होंने सरकार के विभिन्न क्षेत्रों में किए गए प्रमुख कार्यों को रेखांकित किया:
सुरक्षा: उन्होंने बताया कि सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक और ऑपरेशन सिंदूर जैसे साहसिक सैन्य कदमों से भारत ने दुनिया को अपनी सैन्य शक्ति और दृढ़ इच्छाशक्ति का स्पष्ट परिचय दिया है। इससे देश की सीमाओं को सुरक्षित किया गया है और दुश्मनों को कड़ा संदेश दिया गया है।
शिक्षा व अधोसंरचना: शिक्षा के क्षेत्र में 490 नई यूनिवर्सिटीज की स्थापना की गई है, जिससे उच्च शिक्षा तक पहुँच बढ़ी है। अधोसंरचना के विकास में 160 नए एयरपोर्ट्स का निर्माण हुआ है, जिससे हवाई कनेक्टिविटी में क्रांति आई है। इसके अतिरिक्त, 111 नए जल मार्ग बनाए गए हैं, जो परिवहन और व्यापार के नए अवसर प्रदान कर रहे हैं।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के क्षेत्र में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत करोड़ों लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिली है, जिससे गरीब और वंचितों को गंभीर बीमारियों से लड़ने में मदद मिली है। साथ ही, 16,000 से अधिक जन औषधि केंद्र खोले गए हैं, जहाँ सस्ती दरों पर दवाइयाँ उपलब्ध कराई जा रही हैं।
ऊर्जा: उज्ज्वला योजना के माध्यम से 12 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को गैस कनेक्शन मिले हैं, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार हुआ है और उन्हें धुएँ से होने वाली बीमारियों से मुक्ति मिली है। भारत अब सोलर एनर्जी हब के रूप में भी तेजी से उभर रहा है, जो स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में देश की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
डिजिटल क्रांति: देश में 97 करोड़ लोग इंटरनेट से जुड़े हैं और 84 करोड़ स्मार्टफोन उपयोग में हैं, जो भारत में डिजिटल क्रांति का स्पष्ट प्रमाण है। डिजिटल इंडिया पहल ने सरकारी सेवाओं को आमजन तक पहुँचाने और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
धार्मिक आस्था और विकास: सांसद त्रिवेदी ने महाकुंभ के आयोजन का भी जिक्र किया, जिसके जरिए भारत ने अपनी समृद्ध धार्मिक आस्था और अर्थव्यवस्था के अद्भुत संगम को दुनिया के सामने प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक विरासत का वैश्विक प्रदर्शन था। उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि 2027 तक भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा, जो देश की तीव्र आर्थिक प्रगति का संकेत है।
<h6>पांच प्रण और 11 संकल्प का विज़न: 2047 तक पूर्ण विकसित राष्ट्र का लक्ष्य</h6>
सांसद त्रिवेदी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश को ‘पांच प्रण’ और ‘11 संकल्प’ दिए हैं, जो 2047 तक भारत को एक पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण मील के पत्थर साबित होंगे। उन्होंने बताया कि अब विकास केवल एक नारा नहीं रह गया है, बल्कि यह देश की सांस्कृतिक विरासत के साथ चल रहा एक व्यापक अभियान है। यह विकास समावेशी है और हर क्षेत्र को साथ लेकर चल रहा है।
कार्यक्रम की गरिमा और आयोजन: गणमान्य लोगों की सक्रिय भागीदारी<
प्रबुद्धजन समागम की शुरुआत भारत माता, पं. दीनदयाल उपाध्याय और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्रों पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई, जो भारतीय संस्कृति और राष्ट्रवाद के प्रति सम्मान का प्रतीक था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. सुधांशु त्रिवेदी उपस्थित रहे, जिन्होंने अपने प्रभावशाली संबोधन से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. ज्ञान प्रकाश गुप्ता ने की।
विशिष्ट अतिथियों में राज्यसभा सांसद नवीन जैन, प्रदेश मंत्री अमित वाल्मीकि, एमएलसी रजनीकांत माहेश्वरी, और विधायक डॉ. जीएस धर्मेश प्रमुख रूप से मौजूद रहे। सभी अतिथियों को सम्मान स्वरूप दुपट्टा, पुष्पगुच्छ और स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
कार्यक्रम के संयोजकों में राहुल सागर, हेमंत भोजवानी, रश्मि सिंह धाकड़, विक्रांत तिवारी, अभिषेक गुप्ता, रोहित कत्याल और कपिल मुनि का विशेष योगदान रहा, जिन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अथक प्रयास किए। मंच से अमित वाल्मीकि, रजनीकांत माहेश्वरी और सांसद नवीन जैन ने भी समागम को संबोधित किया और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की सराहना की।
<h6>प्रबुद्धजनों की रही सक्रिय भागीदारी: भविष्य के भारत की दिशा तय करने में योगदान</h6>
इस अवसर पर शहर के गणमान्य प्रबुद्धजनों की सक्रिय उपस्थिति रही, जिन्होंने कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की। इनमें प्रमुख नाम हैं: महेश शर्मा, टीएन अग्रवाल, भगवान दास बंसल, डॉ. तरुण शर्मा, सीए दीपिका माहेश्वरी, सीए पंकज मिश्रा, अजय जैन, मनोज अग्रवाल, विपिन बंसल, बसंत गुप्ता एडवोकेट, अशोक चौबे एडवोकेट, डॉ. कैलाश सारस्वत, शिव शंकर शर्मा, अखिलेश भटनागर, राजेश गोयल, चंद्रवीर सिंह, तपन अग्रवाल, प्रमोद सिंघल, सुनील करमचंदानी, नवीन गौतम, गौरव राजावत, शैलू पंडित, बॉबी लाले, उपमा गुप्ता, डॉ. मनिंदर कौर, अंजू दियलिनी, बबिता पाठक, सिंधु गुप्ता आदि। इन सभी प्रबुद्धजनों ने देश के भविष्य की दिशा तय करने में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की। कार्यक्रम का समापन भारत माता के जयघोष और राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिससे पूरे सभागार में देशभक्ति का माहौल छा गया