📍 रिपोर्ट: Today Express डिजिटल ब्यूरो, आगरा
🧱 टनल की खुदाई से थर्राया एमजी रोड, घरों में दरारें और भय का माहौल
आगरा मेट्रो के टनल निर्माण ने अब स्थानीय लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी में खलल डालना शुरू कर दिया है। राजामंडी-सेंट जोंस कॉलेज के बीच चल रहे टनल वर्क के कारण एमजी रोड क्षेत्र में कंपन और मकानों में दरारें देखी जा रही हैं। लोग डरे हुए हैं, और कई इसे भूकंप जैसा अनुभव बता रहे हैं।
🚨 क्या है पूरा मामला?
- 29 मई से महसूस हो रहा है कंपन
- टनल में हेवी मशीनों से खुदाई चल रही है
- 100 मीटर के दायरे में लोगों ने कंपन और दरारों की शिकायत की
- कंपन इतना तेज कि गिलास में रखा पानी तक हिल गया
🗣️ स्थानीयों की दहशत: “ऐसा लग रहा जैसे भूकंप आ गया हो”
प्रदीप वार्ष्णेय, जो एमजी रोड पर वर्षों से रह रहे हैं और नेशनल चैंबर के पूर्व अध्यक्ष हैं, बताते हैं:
“29 मई से जमीन के अंदर कुछ इस तरह की मशीनें चल रही हैं कि पूरा घर हिलने लगता है। बाउंड्री वॉल में दरारें आ गई हैं। पहली बार इस तरह की समस्या आई है।”
इसी क्षेत्र में रहने वाले अजय रंगीला कहते हैं:
“दीवार में दरार तो नहीं आई, लेकिन कंपन लगातार महसूस हो रहा है। पूरा परिवार डरा हुआ है।”
📍 यहां चल रहा है मेट्रो टनल वर्क
- राजामंडी से सेंट जोंस चौराहा के बीच मेट्रो के दो कॉरिडोर स्टेशन बन रहे हैं
- दोनों को जोड़ने के लिए अंडरग्राउंड टनल बनाई जा रही है
- खुदाई के लिए हाई-पावर मशीनरी का उपयोग किया जा रहा है
📌 पहले भी हो चुकी हैं दरारें
- मोती कटरा में टनल वर्क के चलते दर्जनों मकानों में दरारें आईं थीं
- मदिया कटरा में भी दीवारें चटकने की शिकायतें सामने आई थीं
- मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी के हस्तक्षेप के बाद वहां मरम्मत कराई गई थी
🏗️ प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन फिर से स्थानीय निवासियों की सुरक्षा और मकानों की मरम्मत के लिए कोई कदम उठाएगा? अभी तक मेट्रो अथॉरिटी या जिला प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
🔚 निष्कर्ष
आगरा मेट्रो जैसे विकास कार्य जरूरी हैं, लेकिन स्थानीय निवासियों की सुरक्षा और संरचनात्मक नुकसान की जिम्मेदारी से पल्ला नहीं झाड़ा जा सकता। प्रशासन को जल्द से जल्द सर्वे कराकर आवश्यक राहत देनी चाहिए।