मुंबई, – दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज बल्लेबाज एबी डिविलियर्स ने शनिवार को भारतीय क्रिकेट के कई पहलुओं पर बात करते हुए इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत के युवा खिलाड़ियों में इस चुनौतीपूर्ण सीरीज में कुछ खास हासिल करने की क्षमता है, लेकिन इसके लिए उन्हें खुद पर अटूट विश्वास रखना होगा। डिविलियर्स ने जोर देकर कहा कि अब समय आ गया है कि भारतीय क्रिकेट में नई पीढ़ी आगे आए और बड़ी जिम्मेदारियां संभाले।
गिल के नेतृत्व में इंग्लैंड दौरा और दिग्गजों की अनुपस्थिति
भारत अगले महीने इंग्लैंड का दौरा करेगा, जहां पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के साथ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का नया चक्र शुरू होगा। इस दौरे की सबसे बड़ी बात यह है कि भारतीय टीम युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल की अगुआई में इंग्लैंड जाएगी। यह उनके लिए एक बड़ा अवसर होगा, लेकिन साथ ही एक कड़ी परीक्षा भी।
टीम को इस महत्वपूर्ण सीरीज में रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दो अनुभवी और स्तंभ माने जाने वाले खिलाड़ियों की सेवाएं नहीं मिलेंगी, जिन्होंने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। इन दोनों दिग्गजों की अनुपस्थिति निश्चित रूप से बल्लेबाजी क्रम में एक बड़ा शून्य पैदा करेगी। इसके अलावा, टीम को ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की भी कमी खलेगी, जिन्होंने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। तेज गेंदबाजी आक्रमण में भी भारत को मोहम्मद शमी की कमी महसूस होगी, जो टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए पूरी तरह से फिट नहीं हैं।
आईपीएल का प्रभाव और युवा प्रतिभाओं पर डिविलियर्स का विश्वास
एबी डिविलियर्स, जो इन दिनों भारत के दौरे पर हैं, ने मुंबई में भारतीय क्रिकेट के कई पहलुओं पर अपनी राय रखी। शुभमन गिल को भारतीय टेस्ट टीम का नया कप्तान नियुक्त किए जाने पर उन्होंने कहा, “अब समय आ गया है कि युवा खिलाड़ी आगे आएं।” उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत में असाधारण प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, और इसका श्रेय काफी हद तक इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को जाता है। उन्होंने इस साल आईपीएल में उभरते हुए खिलाड़ी वैभव सूर्यवंशी का उदाहरण भी दिया।
डिविलियर्स ने स्वीकार किया कि इंग्लैंड के खिलाफ यह सीरीज भारतीय टीम और विशेष रूप से युवा कप्तान शुभमन गिल के लिए एक “कड़ी परीक्षा” होगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह युवा ब्रिगेड दिग्गजों की अनुपस्थिति में कैसी चुनौती पेश करती है और क्या वे डिविलियर्स के विश्वास पर खरे उतर पाते हैं।
चुनौतियाँ और उम्मीदें:
यह सीरीज भारतीय युवा टीम के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। इंग्लैंड की परिस्थितियां और उनकी “बैजबॉल” रणनीति युवा खिलाड़ियों के लिए एक बड़ी चुनौती होगी। अनुभव की कमी निश्चित रूप से एक कारक हो सकती है, लेकिन नई ऊर्जा और निडरता टीम को कुछ अप्रत्याशित परिणाम देने में मदद कर सकती है। शुभमन गिल के लिए, यह कप्तानी का पहला बड़ा टेस्ट होगा, और उनकी रणनीतियाँ तथा दबाव में निर्णय लेने की क्षमता पर सबकी निगाहें रहेंगी।