आगरा, उत्तर प्रदेश: शुक्रवार, 31 मई 2025
सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज (SN Medical College), आगरा के रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग ने विश्व तंबाकू निषेध दिवस के उपलक्ष्य में एक बड़ा जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता के कुशल मार्गदर्शन में हुए इस आयोजन का मकसद आम जनता को तंबाकू के जानलेवा दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करना था।
नुक्कड़ नाटक और वीडियो से समझाई तंबाकू की बर्बादी की कहानी
इस कार्यक्रम में कैंसर मरीजों के तीमारदारों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। उन्हें तंबाकू के दुष्प्रभाव दर्शाने वाले वीडियो दिखाए गए, जिनसे उन्हें तंबाकू के घातक परिणामों को करीब से समझने में मदद मिली। रेडियोथेरेपी विभाग के पोस्ट ग्रेजुएट (पी.जी.) छात्र-छात्राओं ने एक प्रभावी नुक्कड़ नाटक के जरिए आम जनता को यह दर्शाया कि किस तरह तंबाकू लोगों को अपनी गिरफ्त में लेकर उनकी जिंदगी बर्बाद कर देती है। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक आर्या ने की।
प्रोफेसर डॉ. सुरभि गुप्ता ने बताया कि तंबाकू हर साल लाखों जिंदगियां लील रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि तंबाकू के सेवन से लगभग 19 तरह के कैंसर के अलावा हाइपरटेंशन, डायबिटीज, सांस की बीमारियां आदि गंभीर बीमारियां होती हैं। इसके सेवन को रोकने के लिए समय-समय पर लोगों को इससे होने वाले नुकसान के बारे में आगाह करना बेहद जरूरी है। कार्यक्रम के दौरान डॉ. तबस्सुम समानी ने सभी उपस्थित लोगों को तंबाकू न लेने की शपथ दिलाई, जो इस अभियान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा।
तीमारदारों ने साझा किए अनुभव, मरीजों को बांटे फल
कार्यक्रम में कैंसर मरीजों के कई तीमारदारों ने पोस्टर के माध्यम से अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। दो तीमारदारों ने विशेष रूप से मंच पर आकर अपने अनुभव साझा किए, जिसमें उन्होंने बताया कि तंबाकू के सेवन से उनके परिवार के सदस्यों को किन-किन गंभीर परेशानियों से गुजरना पड़ा। उनके विचार बेहद भावनात्मक और प्रेरणादायक थे, जिन्होंने लोगों को तंबाकू से दूर रहने की सीख दी।
इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. अजय श्रीवास्तव, डॉ. विंध्यवासिनी पांडेय, मिस्टर विकास, मिस्टर प्रांजल और संजय सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इसके अलावा, डॉ. विकास, डॉ. ऐशना, डॉ. दीपांशी, डॉ. ध्रुव, डॉ. सलोनी, डॉ. विनीता, डॉ. स्रव्या, डॉ. ऋषब, डॉ. प्रतीक, डॉ. पारूल, और डॉ. उत्कर्ष ने भी कार्यक्रम में अपना सक्रिय योगदान दिया। कार्यक्रम के अंत में, कैंसर विभाग में भर्ती मरीजों और ओ.पी.डी. के मरीजों को फल वितरित किए गए, जो स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के संदेश को और मजबूत करता है।



