जेरूसलम, इजरायल: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए पुष्टि की है कि फिलिस्तीनी संगठन हमास के एक प्रमुख सैन्य कमांडर मोहम्मद सिनवार को 13 मई को हुए एक लक्षित इजरायली हवाई हमले में मार गिराया गया था। यह पुष्टि इजरायल और हमास के बीच चल रहे गाजा संघर्ष में एक बड़ा घटनाक्रम मानी जा रही है, जो हमास के सैन्य और नेतृत्व ढांचे के लिए एक गंभीर झटका है।
मोहम्मद सिनवार, जो हमास के गाजा पट्टी में सैन्य विंग, इज़्ज़ एड-दीन अल-कसम ब्रिगेड के भीतर एक महत्वपूर्ण व्यक्ति था, की मौत को इजरायली रक्षा बलों (IDF) के लिए एक बड़ी खुफिया और परिचालन सफलता के रूप में देखा जा रहा है। इजरायली खुफिया एजेंसियों का लंबे समय से मानना था कि सिनवार गाजा में हमास के सैन्य अभियानों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने में एक केंद्रीय भूमिका निभा रहा था, जिसमें सुरंगों का नेटवर्क, हथियारों की तस्करी और लड़ाकों का प्रशिक्षण शामिल था। उसकी मौत से हमास की परिचालन क्षमता और कमांड-एंड-कंट्रोल संरचना पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।
13 मई को हुए इस विशिष्ट हवाई हमले के बाद से ही मोहम्मद सिनवार के मारे जाने की अटकलें लगाई जा रही थीं, हालांकि इजरायली अधिकारियों ने अब तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की थी। प्रधानमंत्री नेतन्याहू के इस बयान ने अब इन अफवाहों पर विराम लगा दिया है और इजरायल की उस रणनीति को भी रेखांकित किया है जिसमें वह हमास के शीर्ष नेतृत्व को निशाना बना रहा है। इजरायल का मानना है कि हमास के प्रमुख कमांडरों को खत्म करने से समूह की सैन्य क्षमता और उसकी दीर्घकालिक स्थिरता कमजोर होगी।
इस घटना के बाद गाजा पट्टी में हमास की प्रतिक्रिया क्या होगी, इस पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय और क्षेत्र की निगाहें टिकी हुई हैं। सिनवार जैसे एक उच्च पदस्थ कमांडर की मौत हमास को जवाबी कार्रवाई करने के लिए प्रेरित कर सकती है, जिससे पहले से ही अस्थिर क्षेत्र में तनाव और बढ़ सकता है। यह घटना इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष के जटिल और हिंसक चक्र में एक और महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है।