लखनऊ, 15 मई 2025:
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात तड़के एक बड़ा और दर्दनाक हादसा हो गया। बिहार के बेगूसराय से दिल्ली जा रही एक प्राइवेट स्लीपर बस में भीषण आग लग गई। इस अग्निकांड में पांच यात्रियों की जिंदा जलकर मौत हो गई, जबकि कई अन्य यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा सुबह करीब पांच बजे हुआ जब बस में सवार अधिकतर यात्री गहरी नींद में थे।
किसान पथ पर लगी आग, दौड़ती रही बस
जानकारी के अनुसार, बेगूसराय (बिहार) से दिल्ली के लिए चली प्राइवेट स्लीपर बस (संख्याः UP17 AT 6372) लखनऊ के किसान पथ पर लखनऊ-रायबरेली रोड पर मोहनलालगंज के ऊपर से गुजर रही थी, तभी अचानक उसमें भीषण आग लग गई। प्रारंभिक जानकारी और चश्मदीदों के मुताबिक, आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। आग लगने के बाद भी यह बस करीब एक किलोमीटर तक जलती हुई हालत में ही दौड़ती रही, जो बेहद भयावह दृश्य था।
ड्राइवर-कंडक्टर फरार, यात्रियों ने शीशे तोड़कर जान बचाई
आग लगते ही बस के ड्राइवर और कंडक्टर ने यात्रियों की जान बचाने के बजाय खुद को बचाया और तुरंत मौके से कूदकर फरार हो गए। बस में बैठे यात्री अचानक लगी आग से घबरा गए और बाहर निकलने की कोशिश करने लगे। पुलिस और मौके पर मौजूद आम लोगों की मदद से बस के शीशे तोड़े गए, जिसके जरिए कुछ यात्री बाहर निकलने में सफल रहे और उनकी जान बच गई।
दमकल ने आधे घंटे में पाया काबू, मिले पांच शव
हादसे की सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां तत्काल मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने का काम शुरू किया। दमकलकर्मियों ने करीब आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भीषण आग पर काबू पा लिया। आग बुझने के बाद जब दमकलकर्मी बस के अंदर गए, तो वहां का दृश्य हृदय विदारक था। उन्हें बस के अंदर पांच यात्रियों के बुरी तरह जले हुए शव मिले। मरने वालों में दो छोटे बच्चे, दो महिलाएं और एक अज्ञात पुरुष शामिल है।
गेट जाम होने और इमरजेंसी गेट न खुलने से फंसी जान
हादसे के पीछे की वजहों की जांच में कुछ गंभीर बातें सामने आई हैं। यात्रियों और प्रारंभिक सूचनाओं के अनुसार, आग लगने के तुरंत बाद बस का मुख्य गेट जाम हो गया था, जिससे यात्रियों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया। पुलिस जांच में यह भी पता चला है कि बस का इमरजेंसी गेट भी काम नहीं कर रहा था और वह खुल नहीं सका। मुख्य और इमरजेंसी दोनों गेटों के जाम होने के कारण बस में सवार लोग अंदर फंस गए, खासकर बस के पिछले हिस्से में बैठे यात्री, जिससे यह भीषण हादसा हुआ और पांच लोगों की जलकर दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा किसान पथ पर पीजीआई कल्ली के पास हुआ था।
80 यात्री थे सवार, कई घायल
बताया जा रहा है कि बस में हादसे के वक्त करीब अस्सी यात्री सवार थे। जलकर मरने वाले पांच लोगों के अलावा कई अन्य यात्रियों को भी आग से चोटें आई हैं और वे घायल हो गए। घायल यात्रियों को तत्काल इलाज के लिए पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
मृतकों का विवरण:
हादसे में जान गंवाने वाले पांच यात्रियों में से चार की पहचान हो गई है। मृतकों के विवरण इस प्रकार हैं:
- लख्खी देवी पत्नी अशोक मेहता (उम्र करीब 55 साल)
- सोनी पुत्री अशोक महतो (उम्र करीब 26 वर्ष)
- देवराज पुत्र रामलाल (उम्र करीब 3 वर्ष)
- साक्षी कुमारी पुत्री रामलाल (उम्र करीब 2 वर्ष)
- एक अज्ञात पुरुष (पहचान के प्रयास जारी)
पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। हादसे के सही कारणों, बस में सुरक्षा मानकों की अनदेखी और गेट जाम होने की वजहों की विस्तृत जांच की जा रही है। फरार ड्राइवर और कंडक्टर की तलाश भी पुलिस कर रही है। इस दर्दनाक हादसे ने लंबी दूरी की यात्री बसों में सुरक्षा उपायों और उनके उचित रखरखाव पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।